
दिल्ली में सोने की कीमत 99,800 रुपये प्रति 10 ग्राम पहुंची. ट्रंप की नीतियों से वैश्विक अर्थव्यवस्था में उथल-पुथल के कारण कीमतें बढ़ी हैं. एक्सपर्ट्स की राय बंटी है. कुछ का मानना है कि कीमतें गिर सकती हैं, जबकि…और पढ़ें

हाइलाइट्स
- दिल्ली में सोने की कीमत 99,800 रुपये प्रति 10 ग्राम पहुंची.
- एक्सपर्ट्स की राय बंटी, कुछ गिरावट की उम्मीद, कुछ और बढ़त की.
- गोल्डमैन सैक्स: 2025 तक सोना 4500 डॉलर प्रति आउंस तक जा सकता है.
नई दिल्ली. सोने की कीमत आज दिल्ली में 1 लाख रुपये के बेहद करीब पहुंच गई. 99.9 फीसदी शुद्धता वाला गोल्ड आज 99,800 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया. गोल्ड की कीमत में तेजी के पीछे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा वैश्विक अर्थव्यवस्था में मचाई गई उथल-पुथल को माना जा रहा है. जब भी ग्लोबल इकोनॉमी पर अनिश्चितता के बादल छाते हैं दुनियाभर में लोग गोल्ड में पैसा लगाना शुरू कर देते हैं. यही कारण है कि भारत ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी गोल्ड की कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है.
ऐसे में कई लोगों के मन में यह सवाल होगा कि क्या अब उनके पास रखे सोने से मुनाफा कमाने का समय आ गया है? क्या अब सोना अपना शीर्ष छू चुका है और यहां से नीचे ही जाएगा? इस पर एक्सपर्ट्स की मिली-जुली राय है. एलकेपी सिक्योरिटीज के वीपी जतीन त्रिवेदी कहते हैं कि गोल्ड की कीमतों में अब थकावट दिख रही है. उनका कहना है कि इंटरनेशनल मार्केट में यह गिरकर 3280 डॉलर से 3290 के बीच कहीं आ सकता है. कोटक महिंद्रा एएमसी के फंड मैनेजर सतीश दोंडापति भी कहते हैं कि गोल्ड पहले ही इस साल 25 परसेंट चढ़ चुका है जिसमें से 6 परसेंट की ग्रोथ तो 2 अप्रैल के बाद से ही आई है. उनका भी मानना है कि गोल्ड 96000-94750 रुपये तक लुढ़क सकता है. इस हिसाब से तो गोल्ड से मुनाफा कमाने का ये बेस्ट टाइम है. लेकिन दुनिया का दिग्गज इन्वेस्टमेंट बैंक इस पर एक अलग राय रखता है.
अभी और ऊपर जाएगा गोल्ड
गोल्डमैन सैक्स ने हाल ही में जारी की गई अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि गोल्ड अंतरराष्ट्रीय बाजार में 2025 के अंत 4500 प्रति आउंस तक पहुंच सकता है. अभी इंटरनेशनल मार्केट में गोल्ड की कीमत 3400 डॉलर प्रति आउंस है. गोल्डमैन सैक्स को उम्मीद है कि इस साल के अंत तक गोल्ड अभी 1100 डॉलर और बढ़ सकता है. जाहिर है कि अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में गोल्ड की कीमतों में उछाल आता है तो भारत में भी सोना ऊपर भागेगा. आपको बता दें कि गोल्डमैन सैक्स ने फरवरी में ही कहा था कि सोना 2025 के अंत तक 3100 डॉलर प्रति आउंस तक जाएगा. गोल्ड इस स्तर को काफी पीछे छोड़ चुका है. तो अगर गोल्डमैन सैक्स की बात मानी जाए तो यह गोल्ड बेचना का नहीं बल्कि और बटोरने का समय है.
क्या एक अच्छा निवेश विकल्प है गोल्ड
गोल्ड को आमतौर पर अच्छा इन्वेस्टमेंट ऑप्शन नहीं समझा जाता है. इसे केवल हेज की तरह जाता है जो मुश्किल आर्थिक समय में बाकी निवेश विकल्पों को सपोर्ट प्रदान करता है. वैल्यू रिसर्च के सीईओ धीरेंद्र कुमार मानते हैं कि गोल्ड चमकदार तो है लेकिन फलदार नहीं. उनका कहना है कि भले ही गोल्ड को अभी खरीदना बहुत आकर्षक लगे लेकिन सोना कोई ग्रोथ एसेट नहीं है. वह कहते हैं, “यह डिविडेंड या फिर ब्याज की तरह इनकम नहीं जेनरेट करता है.” वह कहते हैं कि गोल्ड इसलिए कोई निवेश नहीं बल्कि एक हेज है. इसका सबसे अच्छा इस्तेमाल यही है कि मुसीबत के समय में यह आपको पोर्टफोलियो को समर्थन दे. उनका मानना है कि अपने कुल पोर्टफोलियो का 5-10 परसेंट गोल्ड में लगाना अधिकांश निवेशकों के लिए काफी है.