
महाराष्ट्र के रहने वाले हैं सभी आरोपी
काठमांडू जिला पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए ये सभी भारतीय कारोबारी महाराष्ट्र के रहने वाले हैं। इनकी गिरफ्तारी नेपाल के अलग-अलग हिस्सों से हुई है। काठमांडू के एसपी अपिलराज बोहरा ने भी इसकी पुष्टि की है। गिरफ्तार किए गए लोगों में नबनाथ बाकु कसीद (30), संदीप पोपट हजारे, दिलावर सिकलगार (22 ), सूरज राजेश मदने (18), अरमान हनिफ ईनामदाय (21), मनोज सुभाष सकट (22), अमोल कुमार घोंसले (38), सुनिल मिटकरी (20) और सूरज नंदीवाल (20 वर्ष) शामिल हैं।
नेपाल में रहकर करते हैं कारोबार
जानकारी के अनुसार, ये कारोबारी नेपाल में वर्षों से रहकर सोना-चांदी गलाने और आभूषणों की नक्काशी और पॉलिश करने का काम करते हैं। नेपाल में ऐसे कारोबार करने वालों को ‘बंबईया’ कहा जाता है। इन पर भारत और नेपाल के अलग-अलग हिस्सों से चोरी किए गए सोने-चांदी के आभूषणों को गलाने का आरोप है। पहले भी कई बार इनकी गिरफ्तारी हो चुकी है।
तीसरे देश से मंगवाते हैं आभूषण
जानकारों का कहना है कि ये कारोबारी नेपाल के रास्ते तीसरे देश से तस्करी कर आभूषण मंगवाते हैं। फिर सोने-चांदी के आभूषणों को गलाकर नेपाल के बाजार और भारतीय सीमा क्षेत्र में सप्लाई करते हैं। काठमांडू पुलिस का कहना है कि ये कारोबारी चोरी और छिनतई करने वाले गिरोहों को भी पनाह देते हैं। वहीं, नेपाल मामलों के जानकार राजेश शर्मा बताते हैं कि भारत से सटे विराटनगर में कई ऐसे कारखाने चल रहे हैं।ये लोग बिहार के जोगबनी और फारबिसगंज जैसे इलाकों के कारोबारी आते-जाते रहते हैं। भारतीय इलाकों में चोरी या छिनतई किए गए आभूषणों को कम दाम पर खरीदकर नेपाल ले जाया जाता है। फिर उन्हें गलाकर सोने-चांदी को वापस लाया जाता है। इतना ही नहीं, सोने के बिस्किट और चांदी के बुरादे की तस्करी भी की जाती है।