
Saif Ali Khan Attack Case: बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान पर हमला मामले में बांद्रा पुलिस ने 1613 पन्नों की चार्जशीट दायर की है. इस चार्जशीट में बांद्रा पुलिस ने फिंगरप्रिंट की 2 रिपोर्ट जोड़ी है. एक रिपोर्ट में बताया गया है कि सैफ अली खान के फ्लैट के अंदर से लिए गए फिंगरप्रिंट के नमूने, जहां कथित तौर पर बांग्लादेशी नागरिक और मामले का आरोपी शरीफुल इस्लाम सज्जाद ने एक्टर पर हमला किया था, आरोपी से मेल नहीं खा रहे थे.
सूत्रों ने पहले एबीपी न्यूज को बताया था कि 19 नमूने राज्य सीआईडी के फिंगरप्रिंट ब्यूरो को भेजे गए थे और उनमें से कोई भी संदिग्ध से मेल नहीं खा रहा था. अब चार्जशीट में भी सीआईडी के फिंगरप्रिंट एनालिसिस में साफ तौर पर कहा गया है कि सैफ के घर के अलग-अलग हिस्सों से जमा किए गए 20 फिंगरप्रिंट नमूने या तो पहचान के काबिल नहीं थे या फोरेंसिक कंपैरिजन के लिए ठीक नहीं थे.
आरोपी से नहीं मिलते सैफ के घर से मिले फिंगरप्रिंट्स
रिपोर्ट में कहा गया है कि 20 चांस प्रिंट में से सात बाथरूम के पीछे वाले दरवाजे पर, एक स्लाइडिंग बेडरूम के दरवाजे पर और दो अलमारी के दरवाजे पर से लिए गए थे. ये प्रिंट शाहिद शब्बीर सैय्यद (संदिग्ध) और शरीफुल इस्लाम शहजाद (गिरफ्तार) की तुलना के लिए हासिल किए गए फिंगरप्रिंट पर्चियों के किसी भी फिंगरप्रिंट से मैच नहीं खाते है.
चार्जशीट में अटैच फिंगरप्रिंट की रिपोर्ट में आगे लिखा है- ‘ऊपर के चांस प्रिंट के साथ-साथ नेशनल ऑटोमेटेड फिंगरप्रिंट आइडेंटिफिकेशन सिस्टम (NAFIS) और ऑटोमेटेड मल्टी-मॉडल बायोमेट्रिक आइडेंटिफिकेशन सिस्टम (AMBIS) पर भी खोज की गई और सभी NCRB नई दिल्ली और महाराष्ट्र के फिंगरप्रिंट ब्यूरो के रिकॉर्ड में पहले से गिरफ्तार या दोषी व्यक्ति की फिंगरप्रिंट पर्चियों के किसी भी फिंगरप्रिंट से मेल नहीं खाते.’
कई फिंगरप्रिंट्स जांच के लिए सही नहीं पाए गए
रिपोर्ट में निष्कर्ष निकाला गया है कि बाकी दस मौके के निशान जिसमे से 5 मौके के फिंगरप्रिंट और एक हथेली के निशान बाथरूम के पिछले दरवाजे पर से मिले . एक मौके के निशान लकड़ी के दरवाजे पर, दो मौके के निशान और हथेली का निशान बाथरूम के संगमरमर पर और बेडरूम के दरवाजे से भी फिंगरप्रिंट लिए गए. लेकिन ये सभी प्रिंट सही नंबर्स में रिज डिटेल का खुलासा नहीं करते हैं और इसलिए सभी तुलना और जांच के लिए सही नहीं है.
एक फिंगरप्रिंट हुआ आरोपी से मैच
इसके अलावा चार्जशीट में एक और सीआईडी रिपोर्ट को जोड़ा गया है जिसमें कहा गया है कि इमारत की 8वीं मंजिल पर मिली एक अकेली बाईं हथेली की छाप आरोपी से मेल खाती है. चार्जशीट में फिंगर प्रिंट ब्यूरो की एक और रिपोर्ट शामिल है जो सैफ अली खान के दो कर्मचारियों- नीलेश हरि गावड़े और हेमलाल न्यापाने के साथ मिलान की पुष्टि करता है. कानूनी स्पेशलिस्ट्स का कहना है कि मिलान प्रिंट असल घटनास्थल पर नहीं मिला था, इसलिए ये कोर्ट में लिमिटेड वैल्यू रख सकता है. हालांकि, मुंबई पुलिस का कहना है कि उनके पास आरोपी के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं. जिनमें डिजिटल और वैज्ञानिक दोनों तरह के सबूत शामिल हैं.
आरोपी ने की जमानत की मांग
सीसीटीवी फुटेज से एक चेहरे की पहचान रिपोर्ट कथित तौर पर संदिग्ध से मेल खाती है और खान के घरेलू सहायकों में से एक ने भी पहचान परेड के दौरान आरोपी की पहचान की. बांद्रा पुलिस की चार्जशीट में आगे कहा गया है कि आरोपी के मोबाइल टावर लोकेशन डेटा से पता चलता है कि वो घटना के दिन घटनास्थल पर था. बता दें कि आरोपी ने अपने वकील संग्राम जाधव के जरिए पहले ही जमानत याचिका दायर कर दी है और इस मामले की सुनवाई सेशन कोर्ट में 17 अप्रैल को की जा सकती है.