
नई दिल्ली: कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) के कप्तान अजिंक्य रहाणे एक बार फिर ईडन गार्डंस की पिच से निराश दिखे. टीम की घरेलू मैदान पर दूसरी हार के बाद स्पिनरों को पिच से मदद नहीं मिलने पर निराश जताई.
हालांकि जब ‘घरेलू हालात के फायदे’ का विवादास्पद मुद्दा उठाया गया तो रहाणे ने अपने शब्दों का चयन सावधानी से किया और कहा कि उनकी कोई भी टिप्पणी ‘बवाल’ को जन्म दे सकती है. रहाणे ने मैच के बाद कहा, ‘सबसे पहले मैं यह स्पष्ट कर दूं कि स्पिनरों के लिए कोई मदद नहीं थी.’
KKR vs LSG Highlights: आखिरी ओवर में चाहिए थे 24 रन, जी-जान लगाने के बावजूद नहीं जिता पाए रिंकू सिंह
सुपर जायंट्स ने केकेआर को सात विकेट पर 234 रन पर रोकने से पहले तीन विकेट पर 238 रन बनाए. रहाणे का पहले गेंदबाजी करने का निर्णय उल्टा पड़ गया क्योंकि प्रतिद्वंद्वी बल्लेबाजों ने केकेआर के गेंदबाजों के खिलाफ आसानी से रन बटोरे.
रहाणे ने कहा, ‘यह एक शानदार विकेट था, हम सभी ने देखा, इस विकेट पर लगभग 500 रन बने, गेंदबाजों के लिए मुश्किल था, लेकिन उन्होंने परिस्थितियों का फायदा उठाया और बाउंड्री का बहुत अच्छा इस्तेमाल किया.’
4,4,6,4,6… निकोलस पूरन ने तो आंद्रे रसेल की धज्जियां उड़ा दी, एक ओवर में कूट डाले 24 रन
घरेलू हालात के फायदे के बारे में पूछने पर रहाणे ने कहा, ‘देखिए, विकेट के बारे में बहुत चर्चा हो चुकी है. तो अगर मैं अभी कुछ बोलूंगा ना, तो बवाल हो जाएगा.’
रहाणे ने क्यूरेटर सुजान मुखर्जी पर परोक्ष हमला बोलते हुए कहा, ‘जो हमारे क्यूरेटर हैं, उनको बहुत प्रचार मिला है. मुझे लगता है कि वे इस प्रचार से खुश हैं. घरेलू फायदे के बारे में आपको जो लिखना है, आप लिख सकते हैं, जो लगा. अगर मुझे कोई चिंता है तो मैं शायद इसे यहां बोलने के बजाय आईपीएल को बताऊंगा…
दिग्वेश राठी और रवि बिश्नोई की सुपर जायंट्स की स्पिन जोड़ी ने अपने आठ ओवर में कुल मिलाकर 80 रन दिए, लेकिन दो महत्वपूर्ण विकेट लेने में सफल रही. केकेआर के सुनील नरेन और वरुण चक्रवर्ती की स्पिन जोड़ी को हालांकि कोई विकेट नहीं मिला और उन्होंने नौ रन प्रति ओवर से अधिक की दर से रन दिए.