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विराट कोहली बेंगलुरु के लिए 8 हजार से ज्यादा रन बना चुके हैं।
भारतीय बैटर विराट कोहली ने RCB पॉडकास्ट में साउथ अफ्रीका के पूर्व विकेटकीपर मार्क बाउचर की तारीफ की है। उन्होंने कहा, बाउचर ने पहले मेरे खेल को देखा उसके बाद मेरी कमजोरी पर सही नसीहत दी।
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के पॉडकास्ट बोल्ड एंड बेयॉन्ड में कोहली ने कहा, ‘शुरुआत में मैंने जितने भी खिलाड़ियों के साथ खेला, उनमें से मार्क बाउचर का मुझ पर सबसे अधिक प्रभाव था। वे एकमात्र ऐसे खिलाड़ी थे जिन्हें मैंने इस मानसिकता के साथ आते देखा कि मैं युवा भारतीय खिलाड़ियों की मदद करूंगा।
पुल नहीं कर सके तो इंटरनेशनल खेलना मुश्किल
विराट ने बताया, IPL के पहले सीजन में मार्क बाउचर ने मुझे खेलते देखा। उन्होंने बिना मेरे कहे मेरी कमजोरियों का पता लगाया, जैसे कि अगर मैं अगले स्तर पर जाना चाहता हूं, तो मुझे क्या करना होगा।
बाउचर मुझे नेट्स पर ले गए। उन्होंने कहा, ‘तुम्हें शॉर्ट बॉल पर काम करने की जरूरत है। अगर तुम गेंद को पुल नहीं कर सकते तो कोई भी तुम्हें इंटरनेशनल क्रिकेट में मौका नहीं देगा।’
कोहली ने आगे कहा, बाउचर ने मुझसे कहा, ‘जब मैं चार साल बाद भारत में कमेंट्री करने आऊंगा, तब मैं तुम्हें भारत के लिए खेलते देखना चाहता हूं। अगर ऐसा नहीं हुआ, तो तुम खुद के साथ अन्याय करोगे।
मैं सुबह 5 बजे तक जागता रहा: कोहली
IPL के हाईएस्ट स्कोरर विराट ने अपने करियर के पहले भारत -पाक मैच की बात भी की। उन्होंने बताया कि चैंपियंस ट्रॉफी 2009 सेंचुरियन में मैंने शाहिद अफरीदी के खिलाफ छक्का मारने की कोशिश की, लेकिन लॉन्ग ऑफ पर कैच आउट हो गया। इसके बाद, मैं सो ही नहीं पाया। मैं सुबह 5 बजे तक जागता रहा, छत को घूरता रहा।

विराट अपने पहले भारत-पाक मैच में 16 रन पर आउट हो गए थे।
कोहली पहले सीजन से RCB के साथ
मार्क बाउचर ने 2008 से 2010 तक RCB के लिए खेला था, उस वक्त तक विराट ने टेस्ट डेब्यू नहीं किया था। बाउचर ने RCB के लिए 27 मैचों में 29.85 की औसत से 388 रन बनाए थे। जिसमें एक अर्धशतक शामिल है।
बेंगलुरु फ्रेंचाइजी के बारे में विराट ने कहा, जो प्यार मुझे फैंस से मिला है, मुझे नहीं लगता कि कोई ट्रॉफी या सिल्वरवेयर उसके करीब भी आ सकता है।