
सोनू निगम का विवाद बढ़ते ही जा रहा है. कर्नाटक पुलिस ने उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है और अगले हफ्ते स्टेशन में पेश होने के लिए कहा है. इस मामले पर सीबीएफसी के चेयरमैन प्…और पढ़ें
मुंबई. सोनू निगम पिछले कुछ दिनों से विवादों में घिरे हुए हैं. बेंगलुरु ग्रामीण जिले के अवलाहल्ली पुलिस ने सोमवार को सोनू निगम को अगले हफ्ते जांच अधिकारी के सामने पेश होने का नोटिस जारी किया है. पिछले शनिवार को, एक निजी कॉलेज में हुए कार्यक्रम के दौरान, कन्नड़ गानों की मांग करने पर सोनू निगम ने पहलगाम हिंदू नरसंहार से तुलना कर कन्नड़भाषियों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में उनके खिलाफ FIR दर्ज की गई थी. यह घटना बिदराहल्ली के हिरंदाहल्ली में हुई थी. कुछ दर्शकों ने सोनू निगम से कन्नड़ गाने गाने की मांग की, जिस पर उन्होंने कथित तौर पर कहा, “ऐसा ही व्यवहार पहलगाम घटना का कारण बना.”
पुलिस ने सोनू निगम के खिलाफ भारतीय दंड संहिता(बीएनस) की धारा 352 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान), 351 (2) (जो कोई भी आपराधिक धमकी का अपराध करता है, उसे दो साल तक की कैद, जुर्माना, या दोनों से दंडित किया जाएगा), और 353 (सार्वजनिक उपद्रव के लिए बयान) के तहत मामला दर्ज किया है.
बेंगलुरु ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक सीके बाबा ने कहा कि सोनू निगम को अगले हफ्ते पुलिस के सामने पेश होने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा, “कानूनी नोटिस उन्हें कुछ दिनों में मिल जाएगा, और उन्हें हमारे सामने पेश होने के लिए पर्याप्त समय दिया गया है.” इस बीच, एक अन्य अधिकारी ने बताया कि उन्होंने कार्यक्रम के आयोजकों को अवलाहल्ली पुलिस स्टेशन बुलाया है.
अधिकारी ने कहा. “वे कभी भी आ सकते हैं. हम उनसे कार्यक्रम और घटना के बारे में जानकारी लेंगे. साथ ही, हमने सोनू निगम द्वारा कथित टिप्पणी करते हुए दिखाए गए वीडियो की एक कॉपी फॉरेंसिक साइंस लैब में ऑथेंटिकेशन के लिए भेजी है.” सोनू निगम के इस विवाद पर सीबीएफसी के अध्यक्ष और गीतकार और स्क्रिप्ट राइटर प्रसून जोशी ने प्रतिक्रिया दी है.
प्रसून जोशी ने कहा, “मुझे नहीं पता कि यह विवाद कैसे शुरू हुआ. मैंने इसे फॉलो भी नहीं किया है. मुझे लगता है कि मैं खुद को ऐसी किसी भी चीज से दूर रखता हूं जो मेरे देश की विविधता में बाधा डालती है. मेरा मानना है कि हमारी विविधता ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है. हम सभी को सकारात्मक रूप से बात करनी चाहिए.”