
धर्मेंद्र और हेमा मालिनी की प्रेम कहानी बॉलीवुड की चर्चित कहानियों में से एक है. धर्मेंद्र ने हेमा से शादी के लिए इस्लाम अपनाने की अफवाहों का खंडन किया. हेमा मथुरा से बीजेपी सांसद हैं.

हाइलाइट्स
- धर्मेंद्र और हेमा की प्रेम कहानी चर्चित है.
- धर्मेंद्र ने इस्लाम अपनाने की अफवाहों का खंडन किया.
- हेमा भगवान कृष्ण की बड़ी भक्त हैं.
धर्मेंद्र और हेमा मालिनी की प्रेम कहानी बॉलीवुड की सबसे चर्चित कहानियों में से एक है. जब इन दोनों ने 1980 में शादी की, तो कई अफवाहें सामने आईं, जिनमें कहा गया कि धर्मेंद्र ने हेमा से शादी करने के लिए इस्लाम धर्म अपना लिया था. हालांकि, धर्मेंद्र ने इन अफवाहों का खंडन करते हुए कहा कि वे ऐसे व्यक्ति नहीं हैं जो अपने मूल्यों और पहचान को बदल दें. आइए जानते हैं इनकी कहानी…
धर्मेंद्र की पहली शादी प्रकाश कौर से हुई थी और उनके दो बेटे, सनी और बॉबी देओल थे. चूंकि उनकी पहली पत्नी तलाक देने के लिए तैयार नहीं थीं, इसलिए हिंदू विवाह अधिनियम के तहत वे दोबारा शादी नहीं कर सकते थे. इस स्थिति में, कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, धर्मेंद्र और हेमा ने इस्लाम धर्म अपनाकर निकाह किया था. धर्मेंद्र ने अपना नाम ‘दिलावर खान’ और हेमा ने ‘आयशा बी’ रखा था. इसके बाद, उन्होंने हेमा की तमिल परंपराओं के अनुसार एक आयंगर शैली में शादी की.
इन सबके बावजूद, धर्मेंद्र ने सार्वजनिक रूप से इन दावों का खंडन किया और कहा कि वे ऐसे व्यक्ति नहीं हैं जो अपने पसंद को पाने के लिए धर्म को बदल लेंगे. वहीं हेमा मालिनी ने भी इस विषय पर चुप्पी साधे रखी और कभी भी सार्वजनिक रूप से इस पर चर्चा नहीं की. उन्होंने हमेशा अपने धार्मिक विश्वासों और परंपराओं को महत्व दिया है. उनकी भक्ति और धार्मिकता उनके जीवन के हर पहलू में झलकती है.
हेमा भगवान श्रीकृष्ण की बहुत बड़ी भक्त हैं और कई बार मथुरा-वृंदावन में पूजा-पाठ और मंदिरों में दर्शन करते हुए नजर आती हैं. यही नहीं, वे वर्षों से राधा-कृष्ण की कथाओं पर आधारित नृत्य-नाटिकाएं भी प्रस्तुत करती रही हैं. उनके हर नृत्य में आध्यात्मिकता और भक्ति की झलक साफ नजर आती है. राजनीति में आने के बाद भी हेमा ने अपने धर्म और मूल्यों से जुड़ाव बनाए रखा. वे मथुरा से बीजेपी की सांसद हैं, जो स्वयं भगवान कृष्ण की नगरी है. वे अक्सर कहती हैं कि कृष्ण भक्ति उनके जीवन का सबसे मजबूत आधार है.