
दिल्ली के छात्रों के लिए 8 मई से AI सपोर्ट करिकुलम शुरू होगा, जो CSF और IIT मद्रास द्वारा विकसित किया गया है. यह पाठ्यक्रम AI की बुनियादी समझ सिखाएगा.

हाइलाइट्स
- दिल्ली में 8 मई से AI करिकुलम शुरू होगा.
- IIT मद्रास और CSF ने मिलकर AI पाठ्यक्रम तैयार किया.
- कक्षा 6 से 10 के छात्रों को AI की बुनियादी समझ दी जाएगी.
नई दिल्ली. तकनीक की दुनिया में तहलका मचाने वाली आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, जिसे आप AI के नाम से जानते हैं, अब दिल्ली के छात्रों के लिए कक्षा में पढ़ाई का हिस्सा बनने जा रही है. 8 मई से, कक्षा 6 से 10 तक के छात्रों के लिए एक AI लिटरेसी बेस्ड करिकुलम ‘AI सपोर्ट’ शुरू किया जाएगा. इस पहल को सेंट्रल स्क्वायर फाउंडेशन (CSF) शुरू कर रहा है, जो IIT मद्रास के वाधवानी स्कूल ऑफ डेटा साइंस और AI के साथ मिलकर काम कर रहा है.
इस नए पाठ्यक्रम के जरिए 11 से 14 साल के छात्रों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की बुनियादी समझ देना है – न केवल ये कि एआई कैसे काम करता है, बल्कि इसे सुरक्षित, नैतिक और सार्थक तरीके से अपनी रियल लाइफ में कैसे यूज किया जा सकता है.
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AI को लेकर अवेयरनेस और इसका प्रैक्टिकल यूज
AI सपोर्ट के बारे में पढाने के पीछे इस मॉड्यूल का सबसे बडा उद्देश्य है इसके बारे में अवरनेस फैलाना. हाल ही में गूगल की एक रिपोर्ट में ये कहा गया था कि भारत में रहने वाले 60 फीसदी लोग ये नहीं जानते कि AI क्या है और इसका कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके साथ ही इस मॉड्यूल के जरिये छात्रों को ये भी समझाया जाएगा कि AI को डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रूप से कैसे यूज कर सकते हैं. ऐप्स से लेकर एल्गोरिदम तक कि हर जानकारी दी जाएगी.
छात्रों और शिक्षकों के लिए
वैसे ये प्रोग्राम सिर्फ छात्रों के लिए ही नहीं है. इससे टीचर्स को भी फायदा मिलेगा. इसमें ओपन-सोर्स कंटेंट स्टैक और ऑनलाइन ट्रेनिंग मॉड्यूल शामिल हैं. छात्र या शिक्षक चाहें तो इसे 5 भाषाओं में सीख सकते हैं. ये मॉडल हिंदी, मराठी, बंगाली, ओड़िया और अंग्रेजी में है. कई भाषा इसलिए रखी गई है, ताकि कई अलग-अलग भाषाई पृष्ठभूमियों के लोगों तक इसकी पहुंच सुनिश्चित की जा सके.