
मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया यानी सेबी (SEBI) ने तीन इंडिविजुअल मनीष मिश्रा, विवेक चौहान और अंकुर शर्मा को 5 साल के लिए सिक्योरिटी बाजार से बैन कर दिया है.

- सेबी ने 3 इंडिविजुअल पर 5 साल का बैन लगाया.
- यूट्यूब पर गलत जानकारी देने पर 70 लाख का फाइन.
- अटलांटा लिमिटेड के शेयर को झूठी जानकारी से प्रमोट किया गया.
नई दिल्ली. आपने सोशल मीडिया पर लोगों को शेयर मार्केट को लेकर ज्ञान देते हुए सुना होगा. फेमस होने की होड़ में लोग अक्सर गलत टिप्स और ज्ञान दे देते हैं. इसका नतीजा बुरा हो सकता है. ऐसे ही शेयर मार्केट का ज्ञान बांटने वालों 3 लोगों पर मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया यानी सेबी (SEBI) का डंडा चला है.
सेबी ने तीन इंडिविजुअल मनीष मिश्रा, विवेक चौहान और अंकुर शर्मा को 5 साल के लिए सिक्योरिटी बाजार से बैन कर दिया है. यह कार्रवाई तब की गई जब उन्होंने यूट्यूब वीडियो के जरिए निवेशकों को गुमराह किया. इन वीडियो में अटलांटा लिमिटेड के शेयर को झूठी और भ्रामक जानकारी के साथ प्रमोट किया गया था.
अवैध कमाई वापस करने का आदेश और जुर्माना
सेबी ने कुल 70 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. मनीष मिश्रा पर 50 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया, जबकि विवेक चौहान और अंकुर शर्मा पर 10-10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया. जुर्माने के अलावा, मिश्रा और शर्मा को अवैध रूप से कमाए गए मुनाफे को वापस करने का आदेश दिया गया है. मिश्रा ने 4.37 लाख रुपये और शर्मा ने 6.01 लाख रुपये कमाए थे. उन्हें यह रकम 45 दिनों के भीतर इन्वेस्टर्स प्रोटेक्शन एंड एजुकेशन फंड (IPEF) में जमा करनी होगी.
निवेशकों को गुमराह करने के लिए YouTube चैनल्स का इस्तेमाल
सेबी की जांच के अनुसार, मनीष मिश्रा ने दो यूट्यूब चैनल्स MIDCAP CALLS और Profit Yatra बनाए . उन्होंने इन प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल अटलांटा शेयरों के बारे में झूठी जानकारी पोस्ट करने के लिए किया. उन्होंने यह काम विवेक चौहान और अंकुर शर्मा के साथ मिलकर किया. उनका मकसद लोगों को इस शेयर को खरीदने के लिए प्रेरित करना और इसकी कीमत बढ़ाना था.
विवेक चौहान ने ट्रेड नहीं किया लेकिन झूठी जानकारी फैलाने में मदद की
हालांकि विवेक चौहान ने अटलांटा शेयरों में ट्रेड नहीं किया, लेकिन उन्होंने गुमराह करने वाले वीडियो को प्रमोट करने में मदद की. सेबी ने कहा कि इन तीनों ने मिलकर योजनाबद्ध तरीके से निवेशकों को धोखा देने का काम किया.