
Parag Parikh Flexi Cap Fund: अगर आप लॉन्ग टर्म में बेहतर रिटर्न चाहते हैं, तो पराग पारिख फ्लेक्सी कैप फंड आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है. पिछले 12 साल में इस फंड ने निवेशकों के 1 लाख रुपये के वन टाइम इनव…और पढ़ें

हाइलाइट्स
- पराग पारिख फ्लेक्सी कैप फंड ने 12 साल में 1 लाख को 8 लाख बनाया.
- पराग पारिख फ्लेक्सी कैप फंड 24 मई 2013 को शुरू हुआ था.
- फंड मैनेजर को लार्ज, मिड और स्मॉल कैप में निवेश की आजादी होती है.
Parag Parikh Flexi Cap Fund: म्यूचुअल फंड्स में निवेश का मकसद सिर्फ महंगाई को मात देना नहीं, बल्कि लंबी अवधि में संपत्ति बनाना भी होता है. लॉन्ग-टर्म निवेश और कंपाउंडिंग की ताकत से निवेशकों को बड़ी संपत्ति बनाने का मौका मिलता है. ऐसा ही एक उदाहरण है पराग पारिख फ्लेक्सी कैप फंड, जिसने पिछले 12 सालों में अपने निवेशकों को मल्टीबैगर रिटर्न देकर यह साबित करके दिखाया है.
पराग पारिख फ्लेक्सी कैप फंड 24 मई 2013 को शुरू हुआ था. अगर किसी ने मई 2013 में स्कीम के लॉन्च के समय 1 लाख का निवेश किया होता, तो वह निवेश 19.04 फीसदी की दर से बढ़कर बढ़कर 7.89 लाख हो गया होता. बता दें कि फ्लेक्सी कैप फंड एक ऐसा म्यूचुअल फंड होता है जिसमें फंड मैनेजर को यह आजादी होती है कि वह लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप में अपनी मर्जी से निवेश का अनुपात तय कर सके. बस इतना जरूरी है कि कुल निवेश का कम से कम 65 फीसदी हिस्सा शेयर बाजार से जुड़ी कंपनियों में लगा हो.
10 साल में 1 लाख रुपये के बन गए 4.8 लाख रुपये
अगर किसी ने एक साल पहले पराग पारिख फ्लेक्सी कैप फंड में 1 लाख रुपये का निवेश किया होता, तो वह 13.85 फीसदी की दर से बढ़कर 1.13 लाख रुपये हो गया होता. तीन साल में 1 लाख रुपये का निवेश 16.88 फीसदी की दर से बढ़कर 1.59 लाख रुपये हो गया होता. अगर किसी ने पांच साल पहले 1 लाख रुपये का निवेश किया होता, तो वह 30.35 फीसदी की दर से बढ़कर 3.75 लाख रुपये हो गया होता. 10 साल में वही 1 लाख रुपये का निवेश बढ़कर 4.8 लाख रुपये हो गया होता, जिससे 17.07 फीसदी की दर से रिटर्न मिला होता.
स्कीम के बारे में
31 मार्च 2025 तक इस 12 साल पुरानी स्कीम का एयूएम 93,440 करोड़ रुपये है. स्कीम का बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी500 है इस स्कीम को राजीव ठक्कर, रौनक ओंकार, राज मेहता, रुकुन ताराचंदानी और मानसी करिया की ओर से मैनेज किया जाता है. फंड के टॉप स्टॉक्स में एचडीएफसी बैंक, बजाज होल्डिंग्स और निवेश, कोल इंडिया, पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन, आईसीआईसीाई बैंक, कोटक महिंद्रा, आईटीसी और मारुति सुजुकी शामिल हैं.
(Disclaimer: म्यूचुअल फंड निवेश बाजार जोखिम के अधीन है. अगर आप इसमें पैसा लगाना चाहते हैं तो पहले सर्टिफाइड इनवेस्टमेंट एडवायजर से परामर्श कर लें. आपके किसी भी तरह की लाभ या हानि के लिए लिए News18 जिम्मेदार नहीं होगा.)