

मेहदी हसन मिराज
बांग्लादेश और जिम्बाब्वे के बीच खेली जा रही दो टेस्ट मैचों की सीरीज खत्म हो गई है। सीरीज का पहला मुकाबला जहां जिम्बाब्वे ने जीतकर सभी को चौंका दिया था, वहीं दूसरे मुकाबले में वापसी करते हुए बांग्लादेश ने बाजी मारी और इसके साथ ही सीरीज बराबरी पर खत्म हो गई। इस बीच बांग्लादेश के स्टार खिलाड़ी मेहदी हसन मिराज ने एक नया कीर्तिमान अपने नाम कर लिया है। एक ओर जहां उन्होंने अपने देश के ही शाकिब अल हसन को पीछे छोड़ दिया है, वहीं भारत के रवींद्र जडेजा की बराबरी कर ली है।
टेस्ट में सबसे तेज दो हजार रन और 200 विकेट लेने वाले खिलाड़ी
बांग्लादेश के मेहदी हसन मिराज अब उन प्लेयर्स की लिस्ट में शुमार हो गए हैं, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 2000 से ज्यादा रन और 200 विकेट लिए हैं। ये काम सबसे तेज करने वाले खिलाड़ी इयॉन बाथम थे। जिन्होंने केवल 42 टेस्ट मैच खेलकर ही इस कमाल की उपलब्धि को हासिल कर लिया था। इयॉन बाथम ने केवल 42 टेस्ट खेलकर ही दो हजार से ज्यादा रन और 200 विकेट ले लिए थे। इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर भारत के कपिल देव और पाकिस्तान के इमरान खान आते हैं। जिन्होंने 50 टेस्ट मैच खेलकर इस मुकाम को हासिल किया था।
मेहदी हसन ने शाकिब हसन को छोड़ा पीछे
अगर बांग्लादेश की बात करें तो इससे पहले ये काम सबसे तेज करने वाले खिलाड़ी शाकिब अल हसन थे। जिन्होंने 54 टेस्ट खेलकर ये कारनामा किया था। लेकिन अब मेहदी हसन ने शाकिब अल हसन को पीछे कर दिया है। मेहदी हसन ने 53 टेस्ट मैच खेलकर ही 2000 रन और 200 विकेट अपने नाम किए हैं। भारत के रवींद्र जडेजा ने भी 53 टेस्ट खेलकर ये काम किया था। हालांकि भारत के लिए ये काम सबसे तेज कपिल देव ने किया था। इसके बाद रविचंद्रन अश्विन का नाम आता है। यानी रवींद्र जडेजा तीसरे नंबर पर हैं। लेकिन बांग्लादेश के लिए अब मेहदी हसन ने शाकिब हो पीछे छोड़कर पहले नंबर की कुर्सी पर कब्जा जमा लिया है और अपनी टीम के लिए रिकॉर्ड भी बना दिया है।
पारी और 106 रन से मिली जिम्बाब्वे को हार
मुकाबले की बात करें तो जिम्बाब्वे ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 227 रन बनाए थे। इसके जवाब में बांग्लादेश ने अपनी पहली पारी में 444 रन बना लिए और एक बड़ी लीड हासिल की। इसके बाद जब जिम्बाब्वे की टीम दूसरी बार बल्लेबाजी के लिए उतरी तो टीम केवल 111 रन ही बना सकी और आउट हो गई। इस तरह से बांग्लादेश ने इस मैच को पारी और 106 रनों के भारी अंतर से अपने नाम कर लिया है। हालांकि ये टेस्ट सीरीज विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा नहीं है। सीरीज बराबरी पर समाप्त हो गई है।