
इस चुनाव में अब तक विपक्ष के नेता पियरे पोइलिवर ने बढ़त बना रखी है. पूर्व प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के खिलाफ बढ़ते असंतोष से जन्मे राजनीतिक उथल-पुथल के लंबे दौर के बाद यह चुनाव हो रहा है. इसकी वजह से उन्हें इस्तीफा भी देना पड़ा था. अगर मार्क कार्नी को जनता का साथ नहीं मिलता है तो वो कनाडा के इतिहास में सबसे छोटे टर्म के प्रधानमंत्री होंगे.
कौन हैं चुनाव है बड़े चेहरे?
मार्क कार्नी (लिबरल पार्टी): मार्क कार्नी पूर्व बैंकर और मौजूदा प्रधानमंत्री हैं. वे ट्रंप के टैरिफ के खिलाफ कड़े रुख के लिए जाने जाते हैं. साथ ही आर्थिक स्थिरता और हरित ऊर्जा पर जोर देते हैं.
पियरे पोइलिवर (कंजर्वेटिव पार्टी): पियरे पोइलिवर ऐसे पॉपुलिस्ट नेता हैं जो टैक्स कटौती और आवास निर्माण को बढ़ावा देने की वकालत करते हैं. वे अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से दूरी बनाकर ‘कनाडा फर्स्ट’ नीति पर जोर दे रहे हैं.
जगमीत सिंह (न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी): ये सिख मूल के नेता हैं, जो श्रमिकों और स्वास्थ्य सेवाओं के लिए बनाई नीतियों का समर्थन करते हैं.
यवेस-फ्रांस्वा ब्लांचे (ब्लॉक क्यूबेक्वा): ये क्यूबेक केंद्रित पार्टी के नेता हैं, जो क्यूबेक की स्वायत्तता और स्थानीय हितों की रक्षा पर ध्यान देते हैं. ये जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर बोलते आए हैं.
एलिजाबेथ मे (ग्रीन पार्टी): ऐसी पर्यावरणवादी नेता जो जीवाश्म ईंधन सब्सिडी खत्म करने और नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने की मांग करती है.
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