
हर रिश्ते में उतार-चढ़ाव आते हैं. कई बार कपल गुस्सा करने लगते हैं तो कई बार वह शांत रहते हैं. रिलेशनशिप में लड़ना बुरा नहीं है लेकिन कई कपल खुद पर गर्व महसूस करते हैं कि वह लड़ते नहीं है जो रिश्ते के लिहाज से ठ…और पढ़ें

Pink flag in relationship is warning sign: आपने रिलेशनशिप में रेड फ्लैग या ग्रीन फ्लैग के बारे में तो कई बार सुना होगा लेकिन इन दोनों के बीच एक और फ्लैग होगा जिसे पिंक फ्लैग कहते हैं. इसमें रिश्ता टूटे, यह जरूरी नहीं लेकिन यह कपल्स पर भारी जरूर पड़ सकता है. पिंक फ्लैग में कपल्स साथ होते हैं लेकिन फिर भी दूरी महसूस करते हैं.
क्या है पिंक फ्लैग
रिलेशनशिप एक्सपर्ट आशिता भारद्वाज कहती हैं कि पिंक फ्लैग रिलेशनशिप में आ रही दिक्कतों की तरफ एक इशारा है. कपल अगर इस बात को समय रहते समझ लें तो उनका रिश्ता टूटने से बच सकता है. हर कपल एक-दूसरे से अलग होता है. अगर दोनों पार्टनर का एक-दूसरे को प्यार जताने का तरीका अलग-अलग है तो वह उनके बीच इमोशनल दूरियां पैदा कर सकता है. यह पिंक फ्लैग है. जैसे एक पार्टनर फिजिकल टच को प्यार जताना समझता है, वहीं दूसरे पार्टनर के लिए प्यार जताने का मतलब है साथ घूमना, मूवी देखना या घर के कामों में हाथ बंटवाना. इस सोच से कपल की इमोशनल जरूरतें पूरी नहीं हो पातीं.
झगड़ा ना करना
अगर आप समझते हैं कि पार्टनर से लड़ाई ना करना समझदारी है तो आप गलत हैं. लड़ना एक हेल्दी रिलेशनशिप की निशानी है क्योंकि लड़ने से दोनों के मन की बातें एक-दूसरे के सामने आती हैं, दोनों अपने विचार एक-दूसरे को बताते हैं लेकिन जो कपल लड़ाई नहीं करते, वह अपनी फीलिंग को दबाते रहते हैं और जब मुद्दे सुलझते नहीं हैं तो मनमुटाव पैदा होने लगता है जो रिलेशनशिप में कभी भी रेड फ्लैग में बदल सकता है और रिश्ता खत्म हो सकता है.
बातचीत ना करना
हर रिलेशनशिप में कम्यूनिकेशन बेहद जरूरी है. अगर पार्टनर से बातचीत ना हो तो यह पिंक फ्लैग है क्योंकि इससे मिसअंडरस्टैंडिंग पैदा होने लगती है. वहीं पार्टनर की महत्वकांक्षाएं भी एक-दूसरे से टकराती हैं तो यह पिंक फ्लैग की निशानी है. जैसे हस्बैंड पिता बनने की बजाय करियर पर फोकस करना चाहता है लेकिन पत्नी बच्चे चाहती है. इससे दोनों के बीच तनाव होने लगता है जो दरार में बदल सकता है.
पिंक फ्लैग को ऐसे ग्रीन फ्लैग में बदलें
अगर आपका आपके पार्टनर के साथ रिलेशनशिप ठीक नहीं है तो उसे रेड फ्लैग की जगह ग्रीन फ्लैग में बदलने की कोशिश करें. यह तभी मुमकिन है जब आप पार्टनर से बात करेंगे. कपल्स के बीच खुलकर कम्यूनिकेशन होगा तो वह एक-दूसरे को अच्छे से समझ पाएंगे इससे मनमुटाव नहीं होगा और दोनों एक-दूसरे के विचारों की इज्जत करने लगेंगे. इसके अलावा पार्टनर को स्पेस देना बेहद जरूरी है क्योंकि उनकी अपनी पर्सनल लाइफ भी है. हर कपल को अपनी एक बाउंड्री सेट करनी चाहिए ताकि वह एक-दूसरे पर बोझ ना बनने लगें.