
IndusInd Bank: प्राइवेट सेक्टर की मुंबई स्थित इंडसइंड बैंक के शेयर पर 16 मई 2025 को सभी की खास नजर रहेगी और कारोबार के दौरान इसके ऊपर आज असर देखने को मिल सकता है. इसकी वजह ये है कि बैंक के ऑडिट के दौरान अनियमितताओं का पता चला है. इंडसइंड बैंक ने गुरुवार को शेयर बाजार की दी सूचना में बताया है कि उसके आंतरिक ऑडिट विभाग की तरफ से माइक्रोफाइनेंस ट्रेड की जांच के दौरान फाइनेंशियल ईयर 2025 की तीन तिमाहियों में 674 करोड़ रुपये को गलती से ब्याज में रुप में दिखाया गया था. लेकिन इस गलती को 10 जनवरी 2025 को दुरुस्त कर लिया गया था.
इंडसइंड बैंक की ऑडिट रिपोर्ट में सामने आयी गड़बड़ी
इस बारे में प्रमुख कर्मचारियों की भूमिकाओं की भी जांच हुई है. बैक ने कहा कि इस बारे में व्हिसलब्लोअर की शिकायत मिलने के बाद बोर्ड की ऑडिट कमेटी ने आंतरिक ऑडिट विभाग को ‘अन्य संपत्ति’ और ‘अन्य देनदारियों’ में दर्ज लेन-देन की समीक्षा करने के लिए कहा था.
यह बैंक के सूक्ष्म वित्त व्यवसाय की समीक्षा के अलावा था जिसकी जानकारी ऋणदाता ने 22 अप्रैल को शेयर बाजारों को दी थी. बैंक ने कहा कि ‘आंतरिक ऑडिट विभाग ने 8 मई 2025 को अपनी रिपोर्ट पेश कर दी है, जिसके मुताबिक, बैंक के ‘अन्य परिसंपत्तियां’ खातों में 595 करोड़ रुपये तक की बिना दस्तावेजी प्रमाण वाली राशि थी.
बैंक ने शेयर बाजार को बताया
इसे जनवरी, 2025 में ‘अन्य देनदारियां’ खातों में नजर आने वाली समान राशि से समायोजित कर दिया गया था।. इंडसइंड बैंक ने कहा कि ऑडिट विभाग ने इस संदर्भ में प्रमुख कर्मचारियों की भूमिकाओं और कार्यों की भी जांच की है.
इससे पहले 22 अप्रैल को बैंक ने कहा था कि खातों को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया के हिस्से के रूप में, बैंक का ऑडिट विभाग कुछ चिंताओं की जांच करने के लिए बैंक के एमएफआई व्यवसाय की समीक्षा कर रहा है और इसमें ईवाई की भी मदद ली जा रही है.