
India’s Export Widens: अप्रैल के महीने में भारत का निर्यात घाटा बढ़कर 26.42 अरब डॉलर पर पहुंच गया. ये बीते 5 महीने में सबसे ज्यादा है. हालांकि, इलेक्ट्रॉनिक और इंजीनियरिंग वस्तुओं के बेहतर प्रदर्शन की वजह से भारत का एक्सपोर्ट 9.03 प्रतिशत उछलकर 38.49 अरब डॉलर हो गया है. कॉमर्स मिनिस्ट्री की तरफ से गुरुवार को जारी आंकड़ों के मताबिक, क्रूड ऑयल और उर्वरक के आयात में सालाना आधार पर अप्रैल में 19.12 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और ये बढ़कर 64.91 अरब डॉलर हो गया है.
आयात बढ़ने की वजह से 2024 के बाद व्यापार घाटा सबसे ज्यादा बढ़ा है. उस समय ये 31.77 अरब डॉलर था. जिन क्षेत्रों में एक्सपोर्ट में इजाफा हुआ है, वो है- तंबाकू, कॉफी, समुद्री उत्पाद, चाय, सिले-सिलाये परिधान, चावल, रत्न और आभूषण, मसाले, पेट्रोलियम उत्पाद और औषधि.
आयात बढ़ने से बढ़ा व्यापार घाटा
इलेक्ट्रॉोनिक का निर्यात 39.52 प्रतिशत से बढ़कर 3.69 हो गया. इंजीनियरिंग वस्तुओं का निर्यात 11.28 प्रतिशत 9.51 अरब डॉलर का हो चुका है. इसी तरह क्रूड ऑयल में अप्रैल के महीने में आयात 25.6 प्रतिशत इजाफे के साथ 20.7 अरब डॉलर हो गया है. तो वहीं सोने का आयात 4.86 प्रतिशत और बढ़कर 3.09 अरब डॉलर का हो चुका है.
आंकड़ों के मुताबिक, सेवा निर्यात का मूल्य अप्रैल के महीने में में 35.31 अरब डॉलर रहा, जबकि पिछले साल इसी महीने के दौरान 30.18 अरब डॉलर था. जबकि सेवाओं के आयात का अनुमानित मूल्य अप्रैल 2025 में 17.54 अरब डॉलर था, जबकि पिछले साल अप्रैल में ये 16.76 अरब डॉलर था.
और बढ़ सकता है एक्सपोर्ट
कॉमर्स सेक्रेटरी सुनील बर्थवाल का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि भारत अपने एक्सपोर्ट की रफ्तार इसी तरह से बनाकर रखेगा और वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद ये एक अच्छा साल साबित होगा. उन्होंने कहा कि बीस देशों और 6 वस्तुओं पर ध्यान फोकस करने की रणनीति के सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं. इसके साथ ही, वाणिज्य मंत्रालय इस पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखेगा. उन्होंने कहा कि कई देशों के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट जल्दी अंतिम निष्कर्ष पर पहुंचने जा रहे हैं.