
European Union on India-Pakistan tension: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की. इसके बाद से भारत और पाकिस्तान में तनाव चरम पर पहुंच गया है. इसी बीच यूरोपियन यूनियन (EU) और उसके 27 सदस्य देशों का एक बयान सामने आया है.
EU की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले में निर्दोष लोगों की जान गई है. आतंकवाद को कभी भी सही नहीं ठहराया जा सकता. जिन लोगों ने भी इस आतंकी हमले को अंजाम दिया है, उन्हें सजा मिलनी चाहिए. बयान में आगे कहा गया है कि दुनिया के हर देश को अपने नागरिकों को आतंकवादी कृत्यों से कानूनी रूप से बचाने का पूरा अधिकार है.
बातचीत से विवाद सुलझाएं दोनों देश: यूरोपीय यूनियन
ईयू के बयान में कहा गया है कि यूरोपीय संघ क्षेत्र में बढ़ते तनाव और उसके परिणामों पर नजर बनाए हुए है, जिसमें और अधिक लोगों की जान जाने की संभावना है. यूरोपीय संघ ने दोनों पक्षों से संयम बरतने, तनाव कम करने और दोनों पक्षों के नागरिकों की जान बचाने के लिए हमलों से बचने का आह्वान किया है. ईयू के बयान में कहा गया है कि यूरोपीय संघ दोनों पक्षों से बातचीत में शामिल होने की अपील करता है.
EU पर डबल स्टैंडर्ड अपनाने का आरोप
भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच बीते दिनों भी यूरोपियन यूनियन ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की थी. जिसके बाद एक्सपर्ट्स और सोशल मीडिया ने यूरोपियन यूनियन पर दोहरे मापदंड अपनाने को लेकर कड़ी आचोलना की. बता दें कि ये आलोचना इसलिए की गई, क्योंकि रूस-यूक्रेन युद्ध के वक्त यूरोपियन यूनियन का रुख बिल्कुल ही अलग था.
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