
मारुति सुजुकी के चेयरमैन आरसी भार्गव ने कहा कि भारत में 88% लोग एंट्री लेवल कार भी नहीं खरीद सकते. 30 करोड़ परिवारों में से 20 करोड़ की सालाना आमदनी ₹5 लाख से कम है. कंपनी को निर्यात से उम्मीद है.

हाइलाइट्स
- भारत में 88% लोग एंट्री लेवल कार नहीं खरीद सकते.
- 20 करोड़ परिवारों की सालाना आमदनी ₹5 लाख से कम है.
- मारुति सुजुकी को निर्यात से उम्मीद है.
नई दिल्ली. देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी के चेयरमैन आरसी भार्गव ने एक चौंकाने वाला बयान दिया. उनका कहना है कि भारत में 88 फीसदी लोग एंट्री लेवल कार खरीदने की स्थित में भी नहीं है. कंपनी की चौथी तिमाही की कमाई रिपोर्ट के बाद निवेशकों को संबोधित करते हुए भार्गव ने यह बड़ी बात कही. अपनी बात को साबित करने के लिए उन्होंने कुछ तथ्य भी रखे. भार्गव का कहना है कि देश के 30 करोड़ परिवारों में से 20 करोड़ की सालाना आमदनी पांच लाख रुपये से कम है. ऐसे में वे कैसे कार खरीदने की सोच सकते हैं.
भार्गव ने कहा “अगर आप आय वितरण का डेटा देखें तो पाएंगे कि इन 30 करोड़ परिवारों में से 20 करोड़ की आय सालाना 6,000 डॉलर (करीब ₹5 लाख) से कम है.” भार्गव ने बताया कि देश में सिर्फ 12% परिवारों की सालाना आय ₹12 लाख से अधिक है और इसी वर्ग के लोग ₹10 लाख या उससे अधिक कीमत वाली कार खरीद सकते हैं.
एंट्री-लेवल कारें भी पहुंच से बाहर
भार्गव ने कहा कि पहले जो एंट्री-लेवल कारें मध्यमवर्ग की पहुंच में होती थीं, अब उनके दाम भी इतने बढ़ चुके हैं कि लोअर-इनकम ग्रुप के लोग इस सेगमेंट से बाहर हो चुके हैं. उन्होंने इसके लिए कठोर नियामक नियमों और कच्चे माल की कीमतों में वृद्धि को जिम्मेदार ठहराया. भार्गव ने कहा कि घरेलू बाजार में कारों की मांग में लगातार गिरावट देखी जा रही है. उन्होंने सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि 2025-26 में कार बिक्री का अनुमान सिर्फ 1-2% की वृद्धि का है, जबकि पिछले वर्ष यह वृद्धि 3% रही थी.
यहां दिख रही है उम्मीद
मारुति सुजुकी को इस निराशा के बीच निर्यात से कमाई की उम्मीद दिख रही है. मारुति सुजुकी के मुताबिक, पिछले साल कंपनी के निर्यात में 17% की वृद्धि हुई और इस साल यह आंकड़ा 20% तक पहुंचने की संभावना है. मारुति सुजुकी ने वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में 9% की गिरावट के साथ EBITDA और 4.3% की गिरावट के साथ शुद्ध लाभ दर्ज किया है.