

अमेरिकी सेना
वाशिंगटन: एक तरफ जहां भारत और पाकिस्तान के बीच जंग जैसे हालात नजर आ रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ अमेरिका ने अपनी सेना को लेकर बड़ा कदम उठाया है। रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने अमेरिका के विभागों में कर्मचारियों की कटौती के ट्रंप प्रशासन के कदम को आगे बढ़ाया है। हेगसेथ ने सेना को अपने शीर्ष नेतृत्व के पदों में 20 फीसदी कटौती का निर्देश दिया है।
‘कटौती से कार्यकुशलता बढ़ेगी’
ट्रंप प्रशासन का मानना है कि कटौती से कार्यकुशलता बढ़ेगी, दूसरी ओर आलोचकों को चिंता है कि इससे सेना का राजनीतिकरण हो सकता है। हेगसेथ ने नेशनल गार्ड को भी अपने शीर्ष नेतृत्व के पदों में 20 फीसदी की कटौती का निर्देश दिया है। सेना को अपने बल में जनरल और फ्लैग अधिकारी के पदों में अतिरिक्त 10 फीसदी की कटौती करने को भी कहा गया है।
पहले भी बर्खास्त किए गए हैं अधिकारी
यह कटौती, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप या हेगसेथ की ओर से जनवरी से अब तक बर्खास्त किए गए ‘ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ’ के प्रमुख जनरल सीक्यू ब्राउन जूनियर समेत 6 से अधिक शीर्ष जनरल अधिकारियों के अतिरिक्त होगी। उस समय हेगसेथ ने कहा था कि यह कटौती ‘‘राष्ट्रपति की इस इच्छा को दिखाती है कि उनके आसपास काबिल लोग हों जो राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर हमारे दृष्टिकोण को अपनाना चाहते हैं।’’
‘सेना के राजनीतिकरण का प्रयास’
कटौती की घोषणा करते हुए एक नोटिस में हेगसेथ ने कहा कि वो नेतृत्व को सुव्यवस्थित बनाने के लिए अनावश्यक पदों को खत्म करेंगे। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य सेना को ‘अनावश्यक नौकरशाही के स्तरों से’ मुक्त करना है। अमेरिका की प्रतिनिधि सभा के सदस्य सेठ मौलटन ने कहा कि वह हेगसेथ के इस फैसले को सेना का राजनीतिकरण करने के प्रयास के रूप में देखते हैं। (एपी)
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