
Pakistan at UNSC: पहलगाम अटैक पर पाकिस्तान की यूएनएससी में फजीहत हुई है. सदस्य देशों ने लश्कर-ए-तैयबा की भूमिका पर सवाल उठाए और आतंकियों के धर्म पूछकर गोली चलाने की बात भी उठाई.

हाइलाइट्स
- पहलगाम अटैक पर UNSC में पाकिस्तान की फजीहत हुई.
- लश्कर-ए-तैयबा की भूमिका पर सवाल उठाए गए.
- आतंकियों द्वारा धर्म पूछकर गोली चलाने की बात उठी.
पहलगाम अटैक करवाने वाले पाकिस्तान की फिर भद्द पिटी है. बहुत उछलकर पाकिस्तान यूएनएससी गया था. उसने संयुक्त राष्ट्र के देशों को बरगलाने की कोशिश की. पर उसकी दाल नहीं गल पाई. यूएनएससी यानी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों ने उल्टे पाकिस्तान से कठिन सवाल पूछ दिए. इसके बाद तो पाकिस्तान की बोलती ही बंद हो गई. जी हां, यूएनएससी में पाकिस्तान जमकर लताड़ा गया है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की क्लोज्ड डोर यानी बंद कमरे की बैठक में उसकी फजीहत हुई. सदस्य देशों ने उससे ही सवाल दाग दिए कि क्या पहलगाम अटैक में लश्कर-ए-तैयबा का हाथ है? पाकिस्तान के सामने ही यूएनएससी में यह बात भी उठ गई कि आतंकियों ने धर्म पूछकर गोलियां चलाईं.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने पाकिस्तान के आग्रह पर एक बंद कमरे में बैठक की. इस दौरान परिषद के सदस्यों ने इस्लामाबाद के ‘फर्जी’ दावों को मानने से इनकार करते हुए उससे कड़े सवाल पूछे. सूत्रों के मुताबिक, यूएनएससी सदस्यों ने बैठक के दौरान पहलगाम आतंकी हमले का मुद्दा उठाया और पाकिस्तान से पूछा कि क्या इसमें लश्कर-ए-तैयबा शामिल हो सकता है? परिषद ने 22 अप्रैल के हमले की व्यापक रूप से निंदा की और जवाबदेही तय करने की बात कही.
पाक को खबरदार किया गया
सूत्रों ने आगे कहा कि कुछ सदस्यों ने पर्यटकों को उनके धर्म के आधार पर निशाना बनाने का मुद्दा उठाया. कई सदस्यों ने चिंता जताई कि पाकिस्तान का मिसाइल परीक्षण और परमाणु बयानबाजी तनाव बढ़ाने वाले हैं. पाकिस्तान की कोशिश थी कि मामले को अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बनाया जाए लेकिन वह इसमें भी नाकाम रहा. उसे भारत के साथ द्विपक्षीय तरीके से मुद्दों को सुलझाने की सलाह दी गई.
पाकिस्तान की कैसे हुई फजीहत
दरअसल, पाकिस्तान बहुत उम्मीद से यूएनएससी गया था. उसे उम्मीद थी कि यूएनएससी के सदस्य उसकी झूठी कहानी को सच मानेंगे, मगर ऐसा नहीं हुआ. उसे यह भी उम्मीद थी कि बंद कमरे वाली बैठक में उसकी बात सुनने के बाद सदस्य बयान जारी करेंगे. उसका पक्ष लेंगे और भारत को कोसेंगे. मगर यह भी नहीं हुआ. भारत की चाल से पाकिस्तान पस्त हो गया. यूएनएससी ने कोई बयान न जारी कर पाकिस्तान की फिर फजीहत करवा दी.