
किसी ने बीवी पर उठाया हाथ तो कोई हत्या का आरोपी, 5 बड़े भारतीय क्रिकेटर जिन्हें पुलिस ने किया गिरफ्तार (मनप्रीत गोनी, सिद्धू, कांबली, रैना, अमित मिश्रा, श्रीसंत)

नई दिल्ली: क्रिकेट को जेंटलमेंस गेम कहा जाता है. मगर इसे खेलने वाले सारे प्लेयर्स जेंटलमेन नहीं होते. जरूरी नहीं कि मैदान पर रिकॉर्ड्स की झड़ी लगाने वाला हर दिग्गज निजी जिंदगी में भी महान ही होगा. इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसे ही भारतीय प्लेयर्स के बारे में बताने वाले हैं, जो कानूनी उलझनों में ऐसे फंसे कि पुलिस को गिरफ्तार तक करना पड़ा. उनके करियर पर कलंक लग गया.
अमित मिश्रा
पूर्व भारतीय लेग स्पिनर अमित मिश्रा को बेंगलुरु पुलिस ने उस वक्त गिरफ्तार किया था, जब एक महिला ने होटल के कमरे में उन पर यौन शोषण का आरोप लगाया था. मिश्रा पर आईपीसी की धारा 354 और 328 के तहत केस दर्ज किया गया था. हाल ही में उनकी पत्नी ने उन पर मारपीट का परिवाद दायर किया था. इसके साथ ही एक करोड़ रुपये मुआवजे की मांग की थी.
सुरेश रैना
पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरेन रैना को मुंबई में तब गिरफ्तार किया गया, जब वह साल 2020 में कोरोना महामारी के बीच लागू लॉकडाउन कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते पकड़ाए. उस पार्टी में सुरेश रैना के अलावा मशहूर सिंगर गुरु रंधावा सरीखे कुल 34 हाई प्रोफाइल लोग थे.
विनोद कांबली
सचिन तेंदुलकर के बाल सखा रहे विनोद कांबली फिलहाल भले ही अपनी खराब स्वास्थ्य को लेकर चर्चाओं में हो. लेकिन विवादों से उनका पुराना नाता रहा है. 2015 में कांबली को तब गिरफ्तार किया गया था, जब उनकी नौकरानी शिकायत दर्ज कराई थी कि वेतन मांगने पर उनसे मारपीट की गई. कांबली ने आरोपों से इनकार करते हुए दावा किया कि उनके पास उचित पहचान प्रमाण नहीं था.
नवजोत सिंह सिद्धू
मौजूदा दौर के टॉप कमेंटेटर्स में से एक नवजोत सिंह सिद्धू भले ही क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद पॉलिटिक्स में शरीक हो चुके हो, लेकिन 1988 में हुए एक केस ने उन्हें कई साल तक परेशान किया. पार्किंग को लेकर हुए मामूली विवाद में सिद्धू के हाथों एक 50 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई थी. जिसके बाद इस दिग्गज क्रिकेटर को 10 साल की सजा सुनाई गई थी. उन्हें जेल में सजा काटनी पड़ी.
एस श्रीसंत
श्रीसंत के बिना तो ये लिस्ट अधूरी ही रह जाएगी. टीम इंडिया के स्टार पेसर भारत को वर्ल्ड कप दिलाने वाले तेज गेंदबाज श्रीसंत आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों के बाद बीच टूर्नामेंट गिरफ्तार कर लिए गए थे. उन पर बीसीसीआई ने आजीवन बैन भी लगाया हालांकि बाद में उन्हें बाइज्जत बरी भी कर दिया गया.