
India at 2047 Summit: बॉलीवुड के पॉपुलर सिंगर जुबिन नौटियाल ने 6 मई को दिल्ली में आयोजित एबीपी नेटवर्क इंडिया @ 2047 शिखर सम्मेलन में शिरकत की. इस दौरान सिंगर ने मंच पर अपनी लाइफ कई सीक्रेट शेयर किए. उन्होंने ये भी बताया कि सिंगर बनने का सपना उन्होंने कैसे देखा. साथ ही आउटसाइर होने पर भी सिंगर ने खुलकर बात की.
पहलगाम हमले पर क्या बोले जुबिन?
जुबिन नौटियाल ने यहां सबसे पहले पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की. उन्होंने कहा कि मैं सोशल मीडिया नहीं चलाता इसलिए यहां से पहलगाम हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देना चाहता हूं. इसके बाद एक्टर ने बताया कि वो अपने पिता की वजह से सिंगर बने हैं, क्यों वो उन्हें बचपन में गोद में बैठाकर गाना गाने के लिए कहते थे. उस वक्त सिंगर ‘एक प्यार का नगमा है’ गाना गाते थे औऱ ये उनके दिल में ऐसा बसा कि उन्होंने सिंगिंग का ही करियर बना लिया.
जुबिन ने झेला रिजेक्शन का दर्द
जुबिन नौटियाल ने आगे रिजेक्शन पर भी बात की और कहा कि, आपके जीवन में रिजेक्शन बहुत जरूरी होता है. क्योंकि इससे आपको सीख मिलती है. लेकिन आप इसे किस तरह से लेते हैं. ये बात बहुत मायने रखती है. मुझे भी इंडस्ट्री में बहुत लोगों ने रिजेक्ट किया है. आज मैं उन सभी लोगों को थैंक्यू कहता हूं. अगर वो रिजेक्ट नहीं करते तो शायद मुझमें भी कुछ कमी रह जाती. इसलिए रिजेक्शन को कभी फेलियर नहीं मानना चाहिए.
आउटसाइड होने पर जुबिन ने कही बड़ी बात
जब जुबिन से कार्यक्रम में आउटसाइडर होने को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि, मुझे कभी ऐसा लगा ही नहीं कि मैं बाहर से आया हूं. हिंदुस्तान एक ही देश है, हम सब हिंदुस्तानी है. मुंबई में देश के अलग-अलग कोने से लोग आते हैं, तो इंसान को अपने टैलेंट पर काम करना चाहिए. आपका जो होगा वो कोई आपसे छीन नहीं सकता.
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