

प्रतीकात्मक फोटो
आंध्र प्रदेश सरकार ने विशाखापत्तनम के सिंहाचलम मंदिर में हाल ही में हुई दीवार गिरने की घटना के सिलसिले में सोमवार को सात अधिकारियों को निलंबित कर दिया। इसके साथ ही ठेकेदार और दो कर्मचारियों के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
यह घटना एक मई को तड़के हुई थी, जब भारी बारिश के कारण मंदिर की दीवार गिर गई। दीवार गिरने से सात लोगों की दर्दनाक मौत हो गई और कई अन्य लोग घायल हो गए थे। इस हादसे से हड़कंप मच गया था। एक सरकारी सूत्र ने इस घटना पर तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी देते हुए कहा, “ठेकेदार और अधिकारी घोर लापरवाही के कारण हुई जान-माल की हानि के लिए जिम्मेदार हैं।”
गोवा में मंदिर में उत्सव के दौरान भगदड़, 6 लोगों की मौत
एक अन्य खबर में, उत्तरी गोवा के एक मंदिर में शनिवार तड़के एक उत्सव के दौरान भगदड़ मचने से 6 लोगों की मौत हो गई, जबकि 30 अन्य लोग घायल हो गए। यह घटना पणजी से करीब 40 किलोमीटर दूर शिरगांव के श्री लईराई देवी मंदिर में तड़के करीब 3:00 बजे हुई। उन्होंने कहा कि हजारों श्रद्धालु वार्षिक उत्सव में भाग लेने के लिए मंदिर की संकरी गलियों में उमड़ पड़े और इसी दौरान भगदड़ मच गई।
पुलिस महानिदेशक आलोक कुमार ने बताया कि इस उत्सव के लिए कम से कम 30,000 से 40,000 लोग एकत्र हुए थे और कुछ लोग एक ढलान पर खड़े थे। ढलान पर कुछ लोग गिर गए, जिससे अन्य लोग एक-दूसरे पर गिर गए। 40 से 50 लोग ढलान पर गिर गए, जिसके बाद भगदड़ मच गई। यह भगदड़ ढलान वाले स्थान तक सीमित रही। उत्सव में शामिल होने के लिए गोवा, महाराष्ट्र और कर्नाटक से हजारों श्रद्धालु मंदिर में एकत्र हुए थे। (इनपुट- भाषा)
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