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दुनिया की जानी-मानी कंपनी बर्कशायर हैथवे के सीईओ वॉरेन बफे ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की सख्त कारोबारी नीतियों की आलोचना की है। कंपनी के शेयरधारकों की सालाना बैठक (एजीएम) में 94 वर्षीय बफे ने ट्रम्प को सलाह दी कि व्यापार को हथियार नहीं बनाया जाना चाहिए। बाकी दुनिया पर दंडात्मक टैरिफ लगाना बड़ी गलती है।
बफे: मुझे नहीं लगता कि यह सही है और बुद्धिमानी टैरिफ से अंतरराष्ट्रीय कारोबार को नुकसान पहुंचने के मुद्दे पर बफे ने कहा कि मेरे विचार से यह बड़ी गलती है। जब आपके पास साढ़े 7 अरब लोग हैं, जो आपको बहुत पसंद नहीं करते हैं और आपके पास तीस करोड़ लोग हैं, जो इस बात पर गर्व कर रहे हैं कि उन्होंने कितना अच्छा किया है। मुझे नहीं लगता कि यह सही है और बुद्धिमानी है।’
उन्होंने आयात पर टैरिफ लगाकर अमेरिकी उद्योगों की रक्षा करने के ट्रम्प के दावे पर कहा कि अमेरिका में हमें शेष विश्व के साथ कारोबार करने पर ध्यान देना चाहिए। हमें वह करना चाहिए जिसमें हम सर्वश्रेष्ठ हैं, और उन्हें वह करना चाहिए जिसमें वे सर्वश्रेष्ठ हैं।
दरअसल, टैरिफ की आशंका ने बाजारों को हिलाकर रख दिया है। 1.1 लाख करोड़ डॉलर की कंपनी बर्कशायर के नतीजे बताते हैं कि उसकी परिचालन आय 14% घटी है। शुद्ध आय भी 64% गिरी है।
इस दिसंबर में रिटायर होंगे बफे, ग्रेग एबेल होंगे सीईओ बफे ने एजीएम में घोषणा की कि इस साल के अंत तक वे पद छोड़ देंगे। ग्रेग एबेल बर्कशायर हैथवे के सीईओ का काम संभाल लेंगे। वे यह प्रस्ताव रविवार को कंपनी की बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में रखेंगे। ग्रेग एबेल पिछले 20 सालों से बर्कशायर हैथवे से जुड़े हुए हैं। 2018 में उन्हें कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में शामिल किया गया था।

ग्रेग एबेल पिछले 20 सालों से बर्कशायर हैथवे से जुड़े हुए हैं। 2018 में उन्हें कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में शामिल किया गया था।
दुनिया के 5वें सबसे अमीर हैं वॉरेन बफे फोर्ब्स की रियल टाइम बिलेनियर लिस्ट के मुताबिक वॉरेन बफे की पर्सनल नेटवर्थ 14.16 लाख करोड़ रुपए है। बफे 94 साल के हैं और दुनिया के सबसे बड़े निवेशकों में से एक हैं। अमीरों की लिस्ट में टेस्ला के मालिक इलॉन मस्क 19.05 लाख करोड़ रुपए की नेटवर्थ के साथ टॉप पर हैं।
