
पानी हमें हाइड्रेट रखता है और हमारी इम्यूनिटी यानी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को मज़बूत बनाता है.
लेकिन अगर यही पानी साफ़ न हो, तो हमारी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है. गंदा या अशुद्ध पानी पीने से हेपेटाइटिस बी, हैजा जैसे कई गंभीर रोग हो सकते हैं. तो सवाल ये उठता है हम क्या करें? जवाब है कि हमें खुद ही अपने पानी को साफ़ करना होगा? आइए जानते हैं कैसे.
घर पर पानी साफ़ करने के आसान तरीके
उबालकर पानी साफ करना
ये सबसे भरोसेमंद और कारगर तरीका है. नल के पानी को पीने या खाना बनाने से पहले कम से कम 20 मिनट तक अच्छे से उबालें. फिर ठंडा होने दें. इससे पानी में मौजूद बैक्टीरिया, वायरस और कीड़े मर जाते हैं.
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धूप से पानी साफ करना
पानी की बोतल में थोड़ा पानी भरें, अच्छे से हिलाएं और फिर उसे धूप में 6 घंटे तक रखें. सूरज की अल्ट्रावॉयलेट किरणें बैक्टीरिया और वायरस को मार देती हैं. इससे पानी पीने लायक बन जाता है.
आयोडीन मिलाना
आयोडीन एक केमिकल है जो पानी में मौजूद बैक्टीरिया और वायरस को मार देता है. ये असरदार तो है, लेकिन इसका स्वाद थोड़ा खराब लग सकता है.
क्लोरीन मिलाना
घर में इस्तेमाल होने वाले लिक्विड क्लोरीन से भी पानी को साफ़ किया जा सकता है. लेकिन ध्यान रखें कि क्लोरीन की मात्रा सही हो- ज़्यादा डालने से नुकसान हो सकता है. इसका एक नुकसान ये है कि पानी में अजीब सा स्वाद और गंध आ सकती है और ज्यादा क्लोरीन सेहत के लिए भी खराब हो सकता है.
भाप से पानी साफ करना
एक बर्तन में आधा पानी भरें. फिर बर्तन के ढक्कन को उल्टा करके लगाएं और उसके हैंडल से एक कप बांध दें जो अंदर की तरफ लटका रहे. अब इस पानी को करीब 20 मिनट तक उबालें. भाप ऊपर जाकर ढक्कन से टकराएगी और कप में टपकने लगेगी. वही पानी एकदम साफ़ और प्योर होगा. ये तरीका असरदार है लेकिन थोड़ा झंझट वाला भी है.
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कपड़े से छानना
अगर पानी में मिट्टी, कण या गंदगी दिख रही है, तो उसे एक साफ कपड़े से छान सकते हैं. ये तरीका सिर्फ बड़े कण हटाता है, बैक्टीरिया या कैमिकल्स नहीं.
मिट्टी के बर्तन से छानना
पुराने समय में लोग मिट्टी के घड़े या छन्नी का इस्तेमाल करते थे जो गंदगी को छानकर साफ पानी देते थे. ये तरीका आज भी ग्रामीण इलाकों में उपयोग होता है.