
ब्लू स्मार्ट के ड्राइवर्स दिल्ली-एनसीआर, मुंबई और बेंगलुरु में बकाया सैलरी और नौकरी की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. फाउंडर्स पर पैसों की हेरा-फेरी के आरोप हैं.

- ब्लू स्मार्ट ड्राइवर्स सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं.
- फाउंडर्स पर पैसों की हेरा-फेरी के आरोप हैं.
- ड्राइवर्स बकाया सैलरी और नौकरी की मांग कर रहे हैं.
नई दिल्ली. ब्लू स्मार्ट के हजारों ड्राइवर्स दिल्ली-एनसीआर, मुंबई और बेंगलुरु में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. चालकों की मांग है कि उनकी बकाया सैलरी उन्हें दी जाए और साथ ही दूसरी नौकरी की भी व्यवस्था की जाए. बता दें की ब्लू स्मार्ट ने हाल ही में अचानक अपना काम बंद कर दिया. ब्लू स्मार्ट के फाउंडर्स अनमोल सिंह जग्गी और पुनीत सिंह जग्गी पैसों की हेरा-फेरी के मामले में आरोपी हैं और उन पर कई जांच चल रही हैं.
यह घपलेबाजी जेनसोल इंजीनियरिंग में हुई है जो इन्हीं दोनों की एक दूसरी कंपनी है. जेनसोल सोलर एनर्जी, इंजनीयरिंग और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को लीज पर देने के काम में शामिल है. जेनसोल के शेयर 1 साल के उच्चतम स्तर 1126 रुपये से टूटकर 75 रुपये पर आ गए हैं. इसके शेयर हर दिन 5 फीसदी के लोअर सर्किट के साथ बंद हो रहे हैं. इसी का असर इन दोनों की कैब कंपनी ब्लू स्मार्ट पर भी हो रहा है. संभवत: फंड की कमी के कारण ब्लू स्मार्ट का परिचालन फिलहाल संभव नहीं है, यही वजह है कि कंपनी ने अचानक ऑपरेशंस को हॉल्ट कर दिया है.
क्या कह रहे हैं ड्राइवर्स
ईटी को दिए एक इंटरव्यू में संजय सागर नाम के ड्राइवर कहते हैं, “आज जो कुछ भी ब्लू स्मार्ट है उसे हमने बनाया है. हमें ही क्यों मरने के लिए छोड़ दिया गया…हमारी कोई गलती नहीं है.” एक अन्य ड्राइवर तरीशा कुमार (21) ने कहा कि उन्हें बस एक मेसेज आया कि गाड़ियों को ऑडिट के लिए हब में रोका जा रहा है और इसके बाद कुछ नहीं कहा गया. तरीशा कहती हैं, “दूसरे प्लेटफॉर्म्स महिला चालकों को जल्दी हायर भी नहीं करत हैं. दिल्ली में 300 महिला ब्लू स्मार्ट चालक हैं जिनके पास अब कोई नौकरी नहीं है.
यह अन्याय है
गिग वर्कर्स एसोसिएशन के ऑर्गनाइजिंग सेक्रेटरी नीतेश कुमार दास कहते हैं कि इन चालकों को बिना किसी मुआवजे के ऐसे ही छोड़ दिया गया. उन्होंने कहा, “यह अन्याय है, इन लोगों ने कड़ी मेहनत से इस कंपनी को खड़ा किया. इस तरह के शोषण के खिलाफ कोई तो कानून बनना ही चाहिए.”