
हमारे शरीर के लिए हार्मोन्स बहुत जरूरी है। हार्मोन्स हमारे शरीर के कई फंक्शन्स में अहम भूमिका निभाते हैं। कोर्टिसोल, हैप्पी हार्मोन, थायराइड, एस्ट्रोजन और कई हार्मोन हमारे शरीर के कई अलग-अलग फंक्शन के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। इन्हीं में से एक थायराइड भी है। बता दें कि थायराइड ग्लैंड से निकलने वाले इस हार्मोन का हमारे वजन, पीरियड्स और डाइजेशन समेत कई चीजों पर असर होता है। इस हार्मोन का कम या ज्यादा होना हमारी बॉडी के कई फंक्शन्स को प्रभावित करता है।
हालांकि थायराइड हार्मोन्स को मैनेज करने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल और खानपान में बदलाव करना जरूरी होता है। ऐसे में अगर आपको हाइपोथायराइड है और तेजी से आपका वजन बढ़ रहा है, तो आपको दवाओं के साथ इन टिप्स को भी अपनी रूटीन में शामिल करना चाहिए।
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थायराइड को मैनेज करने के लिए हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल का अहम रोल माना जाता है। इसके लिए स्पीप पैटर्न और स्ट्रेस को भी मैनेज करना जरूरी होता है। थायराइड हार्मोन के कम या ज्यादा होने पर बॉडी के कई फंक्शन पर इसका असर होता है।
हाइपोथायराड होने पर पीरियड्स का अनियमित होना, वेट बढ़ना, स्किन का डल होना और बालों के झड़ने आदि जैसे लक्षण नजर आते हैं। इसको मैनेज करने के लिए लाइफस्टाइल और डाइट में कुछ जरूरी बदलाव करने चाहिए।
कपालभाति, अनुलोम-विलोम और उज्जयी प्राणायाम का रोजाना अभ्यास करने से थायराइड फंक्शन को रेगुलेट करने में मदद मिलती है। साथ ही इससे इंफ्लेमेशन कम होता और नर्वस सिस्टम को भी आराम मिलता है।
यह समस्या होने पर ग्लूटन वाली रोटी की बजाय अमरंथ रोटी का सेवन करना चाहिए। क्योंकि यह आयरन और सेलेनियम से भरपूर होता है। वहीं यह थायराइड पेशेंट के लिए भी लाभकारी होता है और इससे हार्मोन्स भी बैलेंस होते हैं।
थायराइड हार्मोन को मैनेज करने के लिए धनिए के बीजों का पानी पिएं। इससे थायराइड और कोलेस्ट्रॉल समेत कई समस्याएं मैनेज होती हैं। वहीं धनिया के बीज का सेवन करने से डाइजेशन सुधारने के साथ वजन कम करने में भी सहायता मिलती है।
इसके साथ ही रोजाना 30 मिनट तक पेड़ों के पास वॉक करना चाहिए। प्रकृति के पास समय बिताने से स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल कम होता है और हैप्पी हार्मोन्स बूस्ट होते हैं।
वहीं सूरज डूबने से पहले डिनर करने की कोशिश करें। इससे लिवर को आराम मिलता है और मेटाबॉलिज्म में भी सुधार होता है। साथ ही इससे वेट आसानी से कम होता है।