
Tahawwur Rana in Patiala House Court : देश को दहला देने वाले 26/11 मुंबई आतंकी हमलों की गूंज एक बार फिर पटियाला हाउस कोर्ट की दीवारों से टकराई, जब उस हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया. कोर्ट रूम में सन्नाटा पसरा था जब राणा की हैंडराइटिंग का नमूना लिया गया, एक ऐसा सबूत जो उसे खुद की ही जुबान से बेनकाब कर सकता है. NIA की सख्त निगरानी में राणा को कोर्ट लाया गया. मजिस्ट्रेट वैभव कुमार की उपस्थिति में जब राणा ने कागज पर कलम चलाई तो हर लकीर उसके अतीत की परतें खोलती नजर आई. जांच एजेंसी का मानना है कि उसके लिखावट और आवाज के नमूने कई गहरे राज खोल सकते हैं, जो अब तक अंधेरे में थे.
NIA की 12 दिन की कस्टडी में तहव्वुर राणा
तहव्वुर राणा फिलहाल राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की 12 दिन की रिमांड में है. इससे पहले उसने कोर्ट से अपने परिवार से बात करने की इजाजत मांगी थी, जिसे अदालत ने खारिज कर दिया. एनआईए ने चेतावनी दी थी कि एक गलत फोन कॉल से पूरे मामले की दिशा बदल सकती है. जांच एजेंसी का दावा है कि राणा अब भी ऐसे नेटवर्क से जुड़ा है, जो भारत की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकते हैं.
भारत में आतंकवाद और देशद्रोह के है गंभीर आरोप
तहव्वुर राणा सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि 26/11 की खौफनाक प्लानिंग का वो चेहरा है, जो पर्दे के पीछे रहकर आतंक के धागे बुनता रहा. अमेरिका की जेल में 14 साल की सजा काटने के बाद उसे भारत लाया गया, जहां अब उस पर भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने, साजिश रचने और आतंक फैलाने के गंभीर आरोपों में जांच की जा रही है. राणा का जन्म पाकिस्तान में हुआ, लेकिन उसके अपराधों की सीमा किसी एक देश तक सीमित नहीं रही. कनाडाई नागरिकता लेकर अमेरिका में बैठा राणा, लश्कर-ए-तैयबा को समर्थन देने के आरोप में पहले ही दोषी साबित हो चुका है. अब भारत की अदालत में उसकी करतूतों का पूरा चिट्ठा खुलने वाला है.