
सरकारी बैंक, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के मुनाफे में बड़ी गिरावट आई है। बैंक का शुद्ध लाभ पिछले वित्त वर्ष (2024-25) की जनवरी-मार्च तिमाही में 10 प्रतिशत घटकर 18,643 करोड़ रुपये रह गया। वित्त वर्ष 2023-24 की जनवरी-मार्च तिमाही में उसका मुनाफा 20,698 करोड़ रुपये रहा था। हालांकि, इसके बावजूद बैंक ने अपने शेयरहोल्डर्स के लिए डिविडेंड का ऐलान किया है। बैंक के निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए प्रति इक्विटी शेयर 15.90 रुपये का लाभांश घोषित किया है। लाभांश की रिकॉर्ड तिथि 16 मई निर्धारित की गई है और भुगतान तिथि 30 मई, 2025 है।
एसबीआई ने शनिवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि मार्च तिमाही में उसकी कुल आय बढ़कर 1,43,876 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले इसी अवधि में 1,28,412 करोड़ रुपये थी। आलोच्य तिमाही के दौरान बैंक की ब्याज से आय 1,19,666 करोड़ रुपये रही, जबकि एक साल पहले यह 1,11,043 करोड़ रुपये थी।
NPA में बड़ी गिरावट आई
बैंक की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (NPA) चौथी तिमाही में घटकर कुल कर्ज का 1.82 प्रतिशत रह गईं, जो मार्च-अंत 2024 तक 2.24 प्रतिशत थीं। इसी तरह, शुद्ध एनपीए 0.57 प्रतिशत से घटकर मार्च तिमाही में 0.47 प्रतिशत हो गया। एकीकृत आधार पर, मार्च तिमाही में एसबीआई का शुद्ध लाभ आठ प्रतिशत घटकर 19,600 करोड़ रुपये रह गया, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 21,384 करोड़ रुपये था। हालांकि, एसबीआई की कुल आमदनी मार्च तिमाही में 1,64,914 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,79,562 करोड़ रुपये हो गई। पूरे वित्त वर्ष 2024-25 के लिए, बैंक का एकल आधार पर मुनाफा 16 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 70,901 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2023-24 में 61,077 करोड़ रुपये था।
इसके अलावा, बोर्ड ने 2025-26 के दौरान पात्र संस्थागत नियोजन (क्यूआईपी)/‘फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर’ (एफपीओ) या किसी अन्य तरीके से एक या अधिक किस्तों में 25,000 करोड़ रुपये (शेयर प्रीमियम सहित) तक की इक्विटी पूंजी जुटाने को मंजूरी दी है।