
रात करीब 9 बजे जैसे ही गगनचुंबी आवाज के साथ राफेल, सुखोई-30 एमकेआई और सुपर हरक्यूलिस जैसे शक्तिशाली लड़ाकू विमानों ने अंधेरे आसमान में उड़ान भरी और फिर एक्सप्रेसवे की पट्टी को छूना शुरू किया, वैसे ही वहां मौजूद हजारों लोगों में उत्साह की लहर दौड़ गई. लोग ‘भारत माता की जय’, ‘वंदे मातरम्’ और ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ के नारे लगाने लगे.
#WATCH | Shahjahanpur | Indian Air Force (IAF) is conducting take-off and landing exercises on the Ganga Expressway in Uttar Pradesh
The exercise is being organised to assess the expressway’s potential as an alternative runway during times of war or national emergencies. pic.twitter.com/31Q2JXkLyC
— ANI (@ANI) May 2, 2025
लोगों में दिखा देशभक्ति का जज्बा
नाइट लैंडिंग के बाद एबीपी न्यूज़ से बातचीत में स्थानीय लोगों ने कहा कि यह दृश्य देखकर गर्व महसूस हुआ. कुछ लोगों ने कहा कि आज भारत की ताकत का प्रदर्शन पूरी दुनिया ने देखा. वहीं, कई लोगों ने केंद्र की मोदी सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना करते हुए कहा कि जब तक ये दोनों नेता हैं, भारत की सैन्य शक्ति लगातार बढ़ेगी.
लोगों ने कहा कि जिस तरह से जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में निर्दोष नागरिकों पर आतंकी हमला हुआ, उसके बाद अब देश को पाकिस्तान को कड़ा जवाब देना चाहिए. उनका कहना था कि इस तरह की सैन्य तैयारियां यही साबित करती हैं कि भारत अब किसी भी हालात का सामना करने को पूरी तरह तैयार है.
जानें कितनी है गंगा एक्सप्रेसवे की लंबाई
गंगा एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है, जिसकी लंबाई 594 किलोमीटर है और यह मेरठ से प्रयागराज तक फैला होगा. इसमें शाहजहांपुर के पास 3.5 किमी लंबी हवाई पट्टी बनाई गई है, जिसका इस्तेमाल आपात स्थिति में वायुसेना के विमान टेकऑफ और लैंडिंग के लिए कर सकते हैं. यह सुविधा देश की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम है.
सरकार का लक्ष्य है कि नवंबर 2025 तक गंगा एक्सप्रेसवे को पूरी तरह से जनता के लिए समर्पित कर दिया जाए. नाइट लैंडिंग जैसे अभ्यास इस बात का संकेत हैं कि यह एक्सप्रेसवे केवल यातायात ही नहीं, बल्कि सामरिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है.
ये भी पढ़ें-