
Police Complaint Filed Against Sonu Nigam: पॉपुलर सिंगर सोनू निगम के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है. उन्होंने हाल ही में बेंगलुरु कॉन्सर्ट के दौरान फैन की कन्नड़ गाने की मांग को पहलगाम की आतंकी घटना से जोड़ दिया …और पढ़ें
हाइलाइट्स
- सोनू निगम के खिलाफ FIR दर्ज हुई.
- कन्नड़ गाने की मांग पर सोनू ने विवादित बयान दिया.
- कन्नड़ समुदाय ने सोनू के बयान को अपमानजनक माना.
नई दिल्ली. सोनू निगम की आवाज की दुनिया दीवानी है. अलग-अलग कई भाषाओं में गानों को अपनी आवाज दे चुके सोनू अक्सर म्यूजिक कॉन्सर्ट्स को लेकर भी सुर्खियों में रहते हैं. पिछले दिनों दिल्ली विश्वविद्यालय में हुए एक म्यूजिक कॉन्सर्ट को लेकर सुर्खियों में रहने वाले सोनू निगम, इन दिनों बेंगलुरु कॉन्सर्ट को लेकर सुर्खियों में हैं. इस कॉन्सर्ट में उन्होंने कुछ ऐसा कह दिया, जो कन्नड़ समुदाय को बिलकुल भी रास नहीं आया और मामला पुलिस तक पहुंच गया. एक कन्नड़ समर्थक संगठन ने उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज की है.
सोनू निगम के खिलाफ संगठन ने आरोप लगाया है कि नामी सिंगर के शब्दों ने कन्नड़ समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाई और नफरत को बढ़ावा दिया है. घटना 25 अप्रैल 2025 को बेंगलुरु के वीर्गोनगर में स्थित ईस्ट पॉइंट कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी की है.
कन्नड़ गाने की मांग पर नाराज हुए सोनू!
दरअसल, सोनू निगम यहां परफॉर्म कर रहे थे. इस दौरान उनका एक फैन बार-बार उनसे कन्नड़ गाना गाने को कह रहा था. सोनू ने इस मांग को ठुकरा दिया क्योंकि फैन धमकी दे रहा था. इसके बाद उन्होंने जो कहा उसी बात ने विवाद खड़ा कर दिया.
सोनू के बयान को कन्नड़ समुदाय ने माना अपमानजनक
सोनू ने कहा, ‘यही कारण है, पहलगाम में जो हुआ था ना…. यही कारण है जो तुम कर रहे हो, जो अभी किया था. देखो तो सामने कौन खड़ा है.’ सिंगर के इस बयान को कन्नड़ समुदाय ने अपमानजनक माना. उन्होंने एक साधारण कन्नड़ गाने की मांग को पहलगाम में हुई एक आतंकी घटना से जोड़ दिया, जिसे लोगों ने असंवेदनशील और गैर-जरूरी बताया.
शिकायत में क्या कहा गया
कर्नाटक रक्षण वेदिके (केआरवी) के बेंगलुरु जिला इकाई ने शुक्रवार को पुलिस में शिकायत दर्ज की. संगठन ने आरोप लगाया कि सोनू के बयान ने कन्नड़ समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाई, भाषाई समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा दिया और क्षेत्र में हिंसा भड़काने की आशंका पैदा की. शिकायत में कहा गया, ‘यह बयान न केवल असंवेदनशील है, बल्कि खतरनाक भी है. एक सांस्कृतिक मांग को आतंकी घटना से जोड़कर सोनू निगम ने कन्नड़ समुदाय को असहिष्णु दिखाया, जिससे भाषाई नफरत और सांप्रदायिक सद्भाव को खतरा पैदा हुआ.’