
Shekhar Kapur Big Statement On AI : शेखर कपूर ने कहा कि ‘बहुत जल्द’ AI फिल्मों के विचार आएंगे जिनमें ‘एक आदमी या औरत होगी जिसे मैंने AI का उपयोग करके बनाया है, और वह मेरा कॉपीराइट होगा’.
हाइलाइट्स
- शेखर कपूर ने AI से अपना किरदार और स्टार बनाने की बात कही.
- AI से मानव जैसे सितारे बनाए जा सकते हैं: शेखर कपूर.
- शेखर कपूर ने मशीनों पर निर्भरता के खिलाफ चेतावनी दी.
नई दिल्ली. ‘मासूम’, ‘मिस्टर इंडिया’, ‘बैंडिट क्वीन’ जैसी फिल्में देने वाले पद्मश्नी से सम्मानित दिग्गज फिल्म निर्माता शेखर कपूर ने बदलते दौर को देखते हुए कह डाला कि अब उन्हें अमिताभ बच्चन और शाहरुख खान जैसे सितारों की जरूरत नहीं है, क्योंकि वे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग करके अपना खुद का किरदार और स्टार बनाएंगे. शेखर ने समझाया कि उन्हें अमिताभ या शाहरुख खान की जरूरत क्यों नहीं है.
फ्री प्रेस जर्नल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, WAVES 2025 में बोलते हुए उन्होंने कहा कि AI आगे चलकर और अधिक मानव जैसे सितारे बनाएगा. उन्होंने कहा, ‘एक्टर सिर्फ एक्टर रह जाएंगे, क्योंकि AI आगे चलकर सितारे बनाएगा. AI और ज्यादा मानव जैसे सितारे बनाएगा और मैं AI का इस्तेमाल करके एक स्टार बना सकता हूं और उसका कॉपीराइट मेरा होगा.
मेरा अपना स्टार होगा
शेखर ने समझाया कि उन्हें अमिताभ या शाहरुख खान की जरूरत क्यों नहीं है. ‘वास्तव में, अब यह और अधिक हो रहा है. बहुत से इन्फ्लुएंसर जिन्हें आप देखते हैं, वे इंसान नहीं हैं. AI ने उन्हें बनाया है. तो हम फिल्मों में ऐसे एक्टर, किरदार क्यों नहीं रख सकते जो AI पर बनाए गए हों और सितारे बन गए हों? मुझे अमिताभ बच्चन की जरूरत नहीं है. मैं अपना किरदार बनाऊंगा. मुझे शाहरुख खान की जरूरत नहीं है, मैं अपना किरदार, अपना स्टार बनाऊंगा और अगर मैं अच्छा हूं, तो मैं ऐसा किरदार बनाऊंगा जिसे दर्शक पसंद करेंगे और फिर मेरा अपना स्टार होगा’.
मशीनों पर बहुत अधिक निर्भर होने के खिलाफ दी चेतावनी
समाचार एजेंसी PTI की एक रिपोर्ट के मुताबिक शेखर ने कहा कि AI समाज और रचनात्मक पिरामिड के निचले हिस्से के लोगों को अधिक शक्ति देता है. फिल्म निर्माता ने मशीनों पर बहुत अधिक निर्भर होने के खिलाफ चेतावनी दी. निर्देशक के मुताबिक, जो चीज इंसानों को एआई से अलग करती हैं, वह है भावनाओं को महसूस करने और इससे निपटने की हमारी क्षमता. उन्होंने कहा कि यह मानव जीवन का रहस्य है जो हमें आगे बढ़ने में मदद करती है.