
Weekend Marriage की खास बातें:
1. अलग-अलग रहना, लेकिन शादीशुदा होना
1. पति-पत्नी दोनों का काम के कारण अलग-अलग शहरों या घरों में रहना.
2. सप्ताहांत या छुट्टियों में साथ समय बिताना, फिर वापस काम में लग जाना.
3. भावनात्मक रिश्ता बरकरार, लेकिन दैनिक जिम्मेदारिया अलग-अलग.
2. मुख्य कारण:
1. करियर: दोनों पार्टनर का अलग-अलग शहरों में काम करना.
2. स्पेस और इंडीविजुअलिटी: शादी के बाद भी खुद की आज़ादी और निजी स्पेस की इच्छा.
3. स्टडी या ट्रेनिंग: एक पार्टनर पढ़ाई कर रहा हो.
4. ऑनलाइन या डिस्टेंस रिलेशनशिप से ट्रांजिशन.
5. अनुशासित निजी जीवन बनाए रखना (mental peace, self-time)
क्यों बन रहा है ट्रेंड?
1. मेट्रो सिटीज़ में ज्यादा डिमांड
1. आज के युवा अपनी करियर प्राथमिकताओं के साथ रिश्तों को बैलेंस करना चाहते हैं.
2. वे शादी के बंधन में तो रहना चाहते हैं, लेकिन दैनिक तनाव या मोनोनी से बचना चाहते हैं.
2. मेंटल हेल्थ और स्पेस
1. हर दिन साथ रहने से होने वाली बहसों, क्लेश या तनाव से बचाव.
2. मानसिक शांति और खुद के लिए समय.
3. टेक्नोलॉजी का सहारा
4. वीडियो कॉल, चैट और सोशल मीडिया से दूरी का एहसास कम होता है.
क्या ये रिश्ता काम करता है?
हां, लेकिन:
1. दोनों में भरोसा, समझ और स्पष्ट कम्युनिकेशन होना ज़रूरी है.
2. ये हर कपल के लिए उपयुक्त नहीं होता.
3. कुछ लोग इसे रिश्ते की मजबूती मानते हैं, तो कुछ इसे भावनात्मक दूरी का संकेत.
संक्षेप में:
Weekend Marriage आधुनिक कपल्स के बीच एक ऐसा मॉडल बनता जा रहा है जो पारंपरिक शादी की अपेक्षाओं से हटकर, लचीलापन, आज़ादी और समझदारी पर आधारित है.