
Tips To Use Toilet: कई लोग टॉयलेट में बैठकर फोन चलाते हैं और 20-25 मिनट तक बैठे रहते हैं. अगर आप भी ऐसा करते हैं, तो तुरंत इस आदत को बदल दें, वरना बवासीर के मरीज बन जाएंगे. डॉक्टर्स ने इस बारे में चेतावनी दी है…और पढ़ें

हाइलाइट्स
- टॉयलेट में 10 मिनट से ज्यादा न बैठें, वरना बवासीर का खतरा बढ़ता है.
- डॉक्टर्स की मानें तो आप फोन या किताबें लेकर टॉयलेट में कभी न जाएं.
- लंबे समय तक टॉयलेट में बैठने से कैंसर का खतरा भी बढ़ सकता है.
Sitting Too Long in Toilet Dangerous: आजकल अधिकतर लोग टॉयलेट में अपना स्मार्टफोन साथ लेकर जाते हैं और वहां पर काफी देर तक बैठे रहते हैं. कुछ लोग अपने साथ टॉयलेट में अखबार, किताबें या मैगजीन भी लेकर जाते हैं. शुरुआत में कुछ मिनटों का काम होता है, लेकिन 15-20 मिनट कब बीत जाते हैं, इसका पता ही नहीं चलता है. डॉक्टर्स ने चेतावनी दी है कि 10 मिनट से ज्यादा समय तक टॉयलेट में बैठना खतरा हो सकता है और इससे कई गंभीर समस्याएं पैदा हो सकती हैं.
CNN की रिपोर्ट के मुताबिक लंबे समय तक टॉयलेट सीट पर बैठने से मलाशय (rectum) की नसों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है. ग्रेविटी के कारण शरीर के निचले हिस्से में ब्लड फ्लो धीमा हो जाता है और इससे बवासीर (hemorrhoids) की नौबत आ सकती है. डॉक्टर्स की मानें तो जब लोग फोन पर स्क्रॉलिंग करते हुए टॉयलेट में बैठे रहते हैं, तो वे बिना जरूरत के अपनी मांसपेशियों पर दबाव डालते रहते हैं. इससे मलद्वार की मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं और यह स्थिति पेल्विक फ्लोर डिसफंक्शन और यहां तक कि रेक्टल प्रोलैप्स का कारण भी बन सकती है. इसमें बड़ी आंत का हिस्सा मलाशय से बाहर आ जाता है.
हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर आप 10 मिनट से ज्यादा समय से टॉयलेट में बैठे हैं और मलत्याग नहीं हो रहा है, तो जबरदस्ती दबाव न डालें. इसके बजाय उठकर थोड़ी देर टहलें क्योंकि शारीरिक गतिविधि आंतों को सक्रिय कर सकती है. नियमित मल त्याग के लिए पर्याप्त पानी पीना और फाइबर युक्त फूड्स खाना बहुत जरूरी है. अगर कोई व्यक्ति अक्सर कब्ज या लंबे समय तक टॉयलेट में बैठने की परेशानी का सामना कर रहा है, तो यह किसी गंभीर बीमारी जैसे इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) या क्रोहन डिजीज का संकेत हो सकता है.
आपको जानकर हैरानी होगी कि टॉयलेट में ज्यादा देर बैठने से कोलन और रेक्टल कैंसर का खतरा भी बढ़ सकता है. अमेरिकन कैंसर सोसाइटी के अनुसार पिछले कुछ दशकों में 55 साल से कम उम्र के लोगों में कोलोरेक्टल कैंसर के मामलों में वृद्धि देखी गई है. विशेषज्ञों का कहना है कि यदि आंत में कोई ग्रोथ हो, तो वह मल मार्ग को ब्लॉक कर सकती है, जिससे कब्ज और मल में खून आने की शिकायत हो सकती है. डॉक्टर्स की सलाह है कि बाथरूम में मोबाइल फोन या कोई अन्य चीज साथ न ले जाएं. जितना कम देर आप टॉयलेट में बैठेंगे, उतना आपकी गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल हेल्थ सुरक्षित रहेगी. अगर आपको कोई परेशानी हो, तो डॉक्टर से मिलकर कंसल्ट करें.