
आर माधवन ने पाठ्यक्रम में मुगलों के इतिहास से जुड़े बदलावों पर चिंता व्यक्त की. तमिल इतिहास को भी चैप्टर से गायब करने की बात की. माधवन ने कहा कि जब उन्होंने इतिहास पढ़ा था, तब मुगलों पर 8 चैप्टर थे. हड़प्पा और…और पढ़ें
हाइलाइट्स
- आर माधवन ने पाठ्यक्रम में बदलाव पर चिंता व्यक्त की.
- मुगलों पर 8 चैप्टर, तमिल इतिहास पर सिर्फ एक चैप्टर था.
- तमिल भाषा और संस्कृति को पाठ्यक्रम में उचित स्थान नहीं.
मुंबई: आर माधवन इन दिनों फिल्म ‘केसरी चैप्टर 2: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ जलियांवाला’ को लेकर चर्चा में हैं. अक्षय कुमार और अनन्या पांडे स्टारर इस फिल्म में आर माधवन एक वकील के किरदार में हैं. उन्होंने स्कूल के करिकुलम में ऐतिहासिक प्रतिनिधित्व पर चल रही बहस पर अपना पक्ष रखा है. साथ ही फिल्म के क्रिएटिव इंटिपेंडेंट के नाम पर कुछ भी दिखाने के आरोपों पर प्रतिक्रिया दी है. आर माधवन ने न्यूज18 शोशा से कहा, “मुझे यह कहने में परेशानी हो सकती है, लेकिन मैं फिर भी कहूंगा. जब मैंने स्कूल में इतिहास पढ़ा, तो मुगलों पर 8 चैप्टर थे, हड़प्पा और मोहनजोदड़ो सभ्यताओं पर 2, ब्रिटिश शासन और स्वतंत्रता संग्राम पर 4, और दक्षिणी राज्यों- चोल, पांड्या, पल्लव और चेर पर सिर्फ एक चैप्टर था.”
आर माधवन ने आगे कहा, “ब्रिटिश और मुगलों ने हम पर लगभग 800 सालों तक शासन किया, लेकिन चोल साम्राज्य 2,400 साल पुराना है. चोल समुद्री यात्रा और नौसेना शक्ति के टॉप पर थे. उनके स्पाइस(मासाले) रूट रोम तक फैले हुए थे. हमारे इतिहास का वह हिस्सा कहां है? हमारे शक्तिशाली नौसेना बलों के साथ अंगकोर वाट तक मंदिर बनाने का उल्लेख कहां है? जैन धर्म, बौद्ध धर्म और हिंदू धर्म चीन तक फैले.”
किताब में तमिल इतिहास नहीं होने पर जताई चिंता
आर माधवन ने आगे कहा, “कोरिया में लोग आधी तमिल बोलते हैं क्योंकि हमारी भाषा वहां तक पहुंची. और हमने इसे सिर्फ एक चैप्टर में समेट दिया.” माधवन ने बताया कि मुगल साम्राज्य ने पहले स्कूल इतिहास की किताबों में असमान रूप से बड़ा हिस्सा घेर रखा था. दिलचस्प बात यह है कि राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) के कक्षा 7 की इतिहास की किताबों से मुगल साम्राज्य और दिल्ली सल्तनत के सभी संदर्भों को हटाने के फैसले पर बहस चल रही है.
पाठ्यक्रम तय करने वालों पर आर माधवन ने उठाए सवाल
इन हिस्सों को ‘पवित्र भूगोल’, महाकुंभ मेला और ‘मेक इन इंडिया’ और ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ जैसी सरकारी पहलों के कंटेंट से बदल दिया गया है. इस करिकुलम को तैयार करने वालों पर निशाना साधते हुए आर माधवन ने कहा, “यह किसकी कहानी है? पाठ्यक्रम किसने तय किया? तमिल दुनिया की सबसे पुरानी भाषा है, लेकिन इसके बारे में कोई नहीं जानता. हमारी संस्कृति में छिपे वैज्ञानिक ज्ञान का मजाक उड़ाया जा रहा है.”
आर माधवन ने ‘केसरी चैप्टर 2’ की क्रिएटिव फ्रीडम पर दिया रिएक्शन
आर माधवन ने कहा, “‘केसरी चैप्टर 2’ इस कहानी को बदलने की दिशा में एक कदम है. अगर हमें चीजों को सही करना है, तो हमें छोटी स्वतंत्रताओं के लिए दोष मत दो. हमें केवल तब बताओ जब हमने कहानी बदल दी हो. हमें केवल तब दोष दो जब हम एक ऐसा परिणाम लेकर आएं जो इतिहास के प्रति सच्चा न हो. हमें इतिहास की सच्चाई लाने के लिए दोष मत दो. हमें बदनाम करने का सबसे आसान तरीका यह कहना है कि हमने स्वतंत्रताएं लीं.”