
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से लगाए गए टैरिफ और उसके बाद वाशिंगटन और बीजिंग के बीच छिड़े ट्रेड वॉर का सीधा फायदा भारत को मिलता हुआ दिख रहा है. अब जल्द ही आपको अमेरिका में लोगों के हाथों में अधिकतर फोन मेड इन इंडिया का बना दिखेगा. इसकी वजह है एपल अब अपना अधिकतर फोन भारत में ही बनाएगा और उसके बाद अमेरिका में उसका आयात किया जाएगा.
शुक्रवार को एक शीर्ष अधिकारी ने टैरिफ पर बोलते हुए कहा कि चीन अब अन्य देशों के लिए अपने डिवाइस को तैयार करेगा. कंपनी की दूसरी तिमाही की कमाई को लेकर बोलते हुए एपल के सीईओ टिम कुक ने कहा कि अमेरिकी बाजार में बिकने वाले सभी तरह के आईपैड, मैक, एपल वॉच और एयरपॉड्स प्रोडक्ट्स को वियतनाम से आयात किया जाएगा.
टीम कुक ने कहा- जून तिमाही के दौरान हम ये उम्मीद करते हैं कि अमेरिकी बाजार में ज्यादा बिकने वाले आईफोन भारत में बने होंगे. हालांकि, चीन में जो प्रोडक्ट्स बनेंगे उसे ज्यादातर अमेरिका के बाहर दूसरे देशों में बेचा जाएगा.
उन्होंने कहा कि एपल के प्रोडक्ट्स पर टैरिफ 20 प्रतिशत का टैरिफ लगेगा, जो चीन के आयात करने पर लगाया जाता है. इसके अलावा, अप्रैल में जो एलान किया गया है, उसके बाद से कुछ निश्चित तरह के प्रोडक्ट्स पर 125 प्रतिशत का टैरिफ लगाया जाएगा. ऐसे में चीन से आयात करने पर एपल के कुछ सामानों पर कम से कम 145 प्रतिशत का टैरिफ देना होगा.
एपल सीईओ ने आगे कहा कि वर्तमान वैश्विक टैरिफ और नीतियों को कंपनियों की कमाई पर कोई असर नहीं पड़ने जा रहा है. जून तिमाही में कंपनी के मुनाफे में वे 5 प्रतिशत इजाफे का अनुमान लगाते हैं जो बढ़कर 95.35 बिलियन डॉलर रहेगा. एक साल पहले इसी दौरान कंपनी का मुनाफा 90.75 बिलियन डॉलर था.
गौरतलब है कि 2 अप्रैल को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से दुनियाभर के देशों पर भारी भरकम टैरिफ का एलान किया गया. हालांकि, इसके बाद उन्होंने 90 दिनों के लिए उस टैरिफ पर ब्रेक लगाने का एलान किया, लेकिन चीन के ऊपर टैरिफ की दरों को और बढ़ा दिया. इसके बाद से दुनिया की दो आर्थिक महाशक्ति के बीच ट्रेड वॉर छिड़ा हुआ है. हालांकि, ट्रंप ने चीन के साथ बातचीत के संकेत देकर तनाव को कम करने का प्रयास किया है.