
Labour Day 2025: देश के आर्थिक विकास और अर्थव्यवस्था में मजदूरों का अहम योगदान है. भारत समेत दुनियाभर में 1 मई के दिन को अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस या श्रमिक दिवस के रूप में मनाया जाता है. भारत के कई राज्यों में इस दिन अवकाश भी होता है.
धार्मिक दृष्टिकोण से बात करें तो, मजदूरों का संबंध न्यायधीश और कर्मप्रधान शनि देव से होता है. शनि जोकि कर्मो के मुताबिक फल देते है. साथ ही शनि देव को श्रम का कारक भी माना जाता है. इसलिए शनि देव की कृपा मजदूर वर्ग पर हमेशा बनी रहती है, क्योंकि ये मेहनत करके अपना जीवन यापन करते हैं.
श्रम के कारक हैं शनि
जो लोग परिश्रम करके अपना और अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं, शनि देव की कृपा हमेशा ऐसे लोगों पर बनी रहती है. यह भी कहा जाता है कि गरीब, असहाय, कर्मचारियों, मजदूर और मेहनती लोगों पर शनि का वास होता है. मजदूर खून-पसीना बहाकर मेहनत करते हैं. मजदूरों को जब पसीना आता है तो वे श्याम वर्ण लगते हैं और इस रंग से शनि का गहरा नाता है. इसलिए शनि देव और मजदूरों के बीच गहरा संबंध होता है. इसलिए हमेशा मेहनतकश लोगों का सम्मान करें. लेकिन जाने-अनाजने में भी आप इन्हें परेशान करते हैं तो शनि के दंड से आपको कोई नहीं बचा सकता.
मजदूरों को किया परेशान तो शनि देंगे दंड
- जो लोग गरीब, मजदूर या असहाय लोगो को किसी भी प्रकार से कष्ट पहुंचाते हैं, उनका मेहनताना नहीं देते, तय समय से अधिक काम कराते हैं तो उन्हें शनि कई तरीकों से कष्ट पहुंचाते हैं.
- खासकर जब किसी व्यक्ति पर शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही हो तो शनि इन कामों का बदला लेते हैं और डबल कष्ट देते हैं.
- मजदूरों को परेशान करने वाले या इनके प्रति दया न रखने वालों से शनि नाराज होकर इन्हें शारीरिक, मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान कर दंड देते हैं.
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