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पूरे वित्त-वर्ष 2024-25 में कंपनी का मुनाफा 9% बढ़कर 4,052 करोड़ रुपए रहा।
जनवरी से मार्च यानी वित्त-वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में फेडरल बैंक का मुनाफा सालाना आधार (YOY) पर 14% बढ़कर 1,030 करोड़ रुपए हो गया। पूरे वित्त-वर्ष 2024-25 की बात करें तो कंपनी का मुनाफा 9% बढ़कर 4,052 करोड़ रुपए रहा।
जनवरी से मार्च 2025 तक फेडरल बैंक ने कुल ₹7,654 करोड़ की कमाई की। वहीं वित्त-वर्ष 2024-25 में बैंक की टोटल इनकम 30,167 करोड़ रुपए रही।
क्या नतीजे उम्मीद से अच्छे हैं?
वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में बैंक का मुनाफा मार्केट विश्लेषकों की उम्मीद से बेहतर रहा है, यानी बैंक ने इस बार बेहतर काम किया है।
नतीजों में आम आदमी के लिए क्या?
बैंक ने अपने शेयरधारकों को वित्त-वर्ष 2024-25 के लिए प्रति शेयर 1.20 रुपए फाइनल डिविडेंड यानी लाभांश देने का ऐलान किया है। कंपनियां अपने मुनाफे का कुछ हिस्सा अपने शेयरधारकों को देती हैं, इसे डिविडेंड या लाभांश कहा जाता है।
नॉन परफॉर्मिंग एसेट या NPA क्या है?
जब कोई व्यक्ति या संस्था किसी बैंक से लोन लेकर उसे वापस नहीं करती, तो उसे बैड लोन या नॉन परफॉर्मिंग एसेट या NPA कहा जाता है। यानी इन लोन्स की रिकवरी की उम्मीद काफी कम होती है। नतीजतन बैंकों का पैसा डूब जाता है और बैंक घाटे में चला जाता है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के नियमों के मुताबिक अगर किसी बैंक लोन की किस्त 90 दिनों तक यानी तीन महीने तक नहीं चुकाई जाती है, तो उस लोन को NPA घोषित कर दिया जाता है। अन्य वित्तीय संस्थाओं के मामले में यह सीमा 120 दिन की होती है। बुक को क्लियर करने के लिए बैंकों को ऐसा करना होता है।
बीते एक साल में शेयर का परफॉर्मेंस कैसा रहा?
रिजल्ट के बाद फेडरल बैंक का शेयर 196.15 रुपए पर बंद हुआ। बैंक के शेयर ने बीते एक साल में अपने निवेशकों को 17% का रिटर्न दिया है। इसका मार्केट कैप 48.31 करोड़ रुपए है।
फेडरल बैंक की देश में 1,518 से ज्यादा ब्रांच
फेडरल बैंक एक प्राइवेट सेक्टर बैंक है, जो बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विसेज प्रोवाइड करता है। इस बैंक को 1931 में स्थापित किया था। इसका हेड क्वार्टर केरल के अलुवा में है।
बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (CEO) केवीएस मनियन हैं। फेडरल बैंक की देश में 1,518 से ज्यादा ब्रांच और 2042 से ज्यादा ATMs हैं।