

क्या पाकिस्तान कर सकता है परमाणु हमला
दुनिया के कुछ देशों के पास ही परमाणु बम हैं, इनमें भारत और पाकिस्तान भी शामिल हैं। इन दोनों देशों के बीच रिश्ते दशकों से तनावपूर्ण रहे हैं। अंग्रेजों की गुलामी से आज़ादी मिलने के बाद भारत दो टुकड़ों में बंट गया और नया देश बना पाकिस्तान। भारत और पाकिस्तान दोनों एक दूसरे के पड़ोसी हैं लेकिन दोनों देशों ने कई युद्ध लड़े हैं, जिनमें से ज़्यादातर युद्ध कश्मीर क्षेत्र को लेकर लड़े गए हैं, जिस पर दोनों देश अपना दावा करते आए हैं। ताजा मामला कश्मीर के पहलगाम में बैसरन में हुआ, जिसमें पाकिस्तान की संलिप्तता पाई गई। पाकिस्तान से ट्रेनिंग पाए आतंकियों ने बैसरन में 26 निर्दोष लोगों को मौत के घाट उतार दिया। तब से दोनों देशों के बीच तनातनी जारी है और पाकिस्तान की तरफ से परमाणु हमले की धमकी दी जा रही है।
क्या पाकिस्तान भारत पर कर सकता है परमाणु हमला
तो ऐसे में सबके मन में सवाल है कि क्या पाकिस्तान भारत पर परमाणु हमला कर सकता है। तो बता दें कि भारत और पाकिस्तान, दोनों देशों के बीच Non-Nuclear Aggression Agreement हुआ था जिसमें दोनों देशों ने करार किया है कि दोनों देश परमाणु हथियारों का इस्तेमाल नहीं करेंगे। 21 दिसंबर 1988 को इस्लामाबाद में पाकिस्तान की प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो और भारत के प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने “गैर-परमाणु हमला समझौते” पर हस्ताक्षर किए। इस संधि को भारत और पाकिस्तान की संसदों ने 27 जनवरी 1991 को मंजूरी दी।
भारत किस नियम का करता है पालन
Non-Nuclear Aggression Agreement के तहत भारत और पाकिस्तान प्रत्येक कैलेंडर वर्ष की पहली जनवरी को समझौते के अंतर्गत आने वाले परमाणु प्रतिष्ठानों और सुविधाओं के बारे में एक-दूसरे को सूचित करेंगे। इस समझौते का मुख्य उद्देश्य है कि दोनों देशों के बीच परमाणु हमले की आशंका को खत्म करना और रणनीतिक स्थिरता को बनाए रखना। इसके बाद भारत ने 1999 में NFU (नो फर्स्ट यूज) नीति की घोषणा की थी, जिसमें भारत ने कहा था कि वह कभी भी किसी देश पर सबसे पहले परमाणु हमला नहीं करेगा। भारत ने यह संदेश दिया कि वह परमाणु हथियारों का उपयोग सिर्फ आत्मरक्षा के लिए करेगा, वह भी तब जब उस पर परमाणु हमला हो।
परमाणु हमले को लेकर बने नियम
पाकिस्तान किसी भी देश पर कर सकता है परमाणु हमला
कार्नेगी एंडोमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस के अनुसार, पाकिस्तान ने NFU (नो फर्स्ट यूज) नीति को स्पष्ट रूप से अस्वीकार कर दिया है। इसका मतलब ये है कि पाकिस्तान जरूरत पड़ने पर किसी भी समय किसी देश पर परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है। लेकिन Non-Nuclear Aggression Agreement के बाद अगर भारत पर पाकिस्तान परमाणु हथियार का प्रयोग करता है, तो उसे न केवल भारत की जवाबी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी वह अलग-थलग पड़ जाएगा।
भारत और पाकिस्तान के पास कितने परमाणु हथियार
भारत 1974 में परमाणु शक्ति बन गया और इसके विपरीत पाकिस्तान 1998 में परमाणु शक्ति बन गया। ucs.org के मुताबिक भारत के पास लगभग 164 परमाणु हथियार हैं, पाकिस्तान के पास लगभग 170 वॉरहेड हैं।
सबसे पहले कब हुआ था परमाणु परीक्षण
किन देशों के पास हैं परमाणु हथियार
- सबसे पहले संयुक्त राज्य अमेरिका ने जुलाई 1945 में अपना पहला परमाणु परीक्षण विस्फोट किया।
- अगस्त 1945 में जापान के हिरोशिमा और नागासाकी शहरों पर दो परमाणु बम गिराए।
- चार साल बाद, सोवियत संघ ने अपना पहला परमाणु परीक्षण विस्फोट किया।
- 1952 में ब्रिटेन ने परमाणु परीक्षण किया। 1960 में फ्रांस ने और 1964 में चीन ने इसका अनुसरण किया।
- परमाणु हथियार रखने वाले देश हैं- चीन, फ्रांस, रूस, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका।
- अन्य देश जिनमें अमेरिकी परमाणु हथियार तैनात हैं, वे हैं बेल्जियम, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड, तुर्की।
- अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने परमाणु हथियारों के उपयोग पर कोई स्पष्ट प्रतिबंध नहीं लगाया है लेकिन परमाणु हथियारों के निषेध पर संधि (TPNW) परमाणु हथियारों से संबंधित गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाती है।
- परमाणु हथियारों की संख्या को और अधिक बढ़ने से रोकने के लिए, अमेरिका और अन्य समान विचारधारा वाले देशों ने 1968 में परमाणु अप्रसार संधि (NPT) और 1996 में व्यापक परमाणु परीक्षण प्रतिबंध संधि (CTBT) पर बातचीत की और एनपीटी पर सहमति जताई।
- भारत, इज़राइल और पाकिस्तान ने कभी भी एनपीटी पर हस्ताक्षर नहीं किए और उनके पास परमाणु शस्त्रागार हैं।
- परमाणु हथियार संपन्न पांच देशों चीन, फ्रांस, रूस, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका को NPT द्वारा आधिकारिक तौर पर परमाणु हथियार रखने के रूप में मान्यता दी गई है।
- भारत, पाकिस्तान और इज़राइल कभी भी एनपीटी में शामिल नहीं हुए और उनके पास परमाणु हथियार होने की बात पता है लेकिन इज़राइल ने सार्वजनिक रूप से परमाणु परीक्षण नहीं किया है, लेकिन माना जाता है कि उसके पास परमाणु हथियार हैं।
- भारत और इज़राइल अपने हथियारों में प्लूटोनियम का उपयोग करते हैं, जबकि पाकिस्तान अत्यधिक समृद्ध यूरेनियम का उपयोग करता है।
एक परमाणु बम फटने से कितनी मचेगी तबाही
क्या आप जानते हैं कि अगर एक परमाणु बम फटा तो कितनी और क्या क्या तबाही मचेगी और पहली बार परमाणु बम का परीक्षण कब और किसने किया था। एयर फोर्स न्यूक्लियर वेपन सेंटर के मुताबिक पहली बार परमाणु बम का परीक्षण न्यू मेक्सिको के रेगिस्तान में सुबह सुबह 5 बजकर 30 मिनट पर किया गया था। इस परीक्षण के दौरान धमाका इतना तेज हुआ कि चारों तरफ धुएं का गुबार फैल गया और धमाके का असर 160 किलोमीटर तक देखा गया। इस तरह से परमाणु बम का सफल परीक्षण हुआ और अमेरिका ने पूरी दुनिया को अचंभित कर दिया था।
परमाणु हमले से कितनी मचेगी तबाही
भारत और पाकिस्तान के बीच एक छोटा सा परमाणु हमला भी एक सप्ताह में 20 मिलियन लोगों की जान ले सकता है। अगर परमाणु विस्फोट हुआ तो विकासशील देशों में लगभग दो बिलियन लोगों को भुखमरी से मौत का खतरा होगा।