
Sugar Patients Sweet Limit: डायबिटीज यानी शुगर की बीमारी. इसमें सबसे पहली सलाह होती है- ‘मीठा मत खाइए’ लेकिन क्या इसका मतलब ये है कि डायबिटिक मरीज जिंदगीभर मिठाई या मीठा न खाएं. भारत दुनिया का डायबिटीज कैपिटल माना जाता है. दुनिया के करीब 17% डायबिटीज मरीज यहीं हैं. डायबिटीज लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारी है, जो प्रोसेस्ड फूड ज्यादा खाने, हाई कैलोरी डाइट, जीरो फिजिकल एक्टिविटी, गंभीर तनाव या जेनेटिक कारणों से होती है. ज्यादा बॉडी फैट, खासकर पेट के आसपास ज्यादा चर्बी भी डायबिटीज का रिस्क बढ़ाती है.
हमारे देश में ये समस्याएं आम हैं. यही कारण है कि लोग शुगर की चपेट में जल्दी आते हैं. ऐसे में खानपान को लेकर काफी कंफ्यूजन रहता है. कुछ लोगों का तो मानना है कि डायबिटिक को मीठे से दूर ही रहना चाहिए. आइे जानते हैं डायबिटीज पेशेंट्स महीने में कितनी बार मीठा खा सकते हैं..
डायबिटीज में मीठा क्यों नुकसान करता है
डायबिटीज मरीज महीने में कितनी बार मीठा खा सकते हैं
हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि डायबिटीज मरीज एक लिमिट और प्लानिंग के साथ मीठा खा सकते हैं. डॉक्टर्स और डायटीशियन मानते हैं कि अगर किसी का ब्लड शुगर (Blood Suger) कंट्रोल में है, तो वो महीने में 2-3 बार थोड़ा-सा मीठा खा सकते हैं. लेकिन इससे पहले सलाह जरूर लें, क्योंकि हर किसी की हेल्थ कंडीशन अलग होती है. मीठा खाने की भी कुछ शर्तें हैं.
डायबिटीज मरीजों के मीठे की शर्त क्या है
मीठा थोड़ी मात्रा में हो
बेहतर हो कि मीठा खाने के साथ फाइबर या प्रोटीन भी लें, ताकि शुगर धीरे-धीरे बढ़े
दिन में एक्स्ट्रा कार्ब्स जैसे रोटी या चावल कम कर लें
मीठा खाने के बाद ब्लड शुगर चेक जरूर करें
डायबिटीज पेशेंट्स कौन सा मीठा खा सकते हैं
डार्क चॉकलेट (70% या उससे ज्यादा कोको)
गुड़ से बनी चीजें लेकिन कम मात्रा में
डायबिटिक फ्रेंडली मिठाइयां
फल जैसे सेब, नाशपाती, पपीता लेकिन लिमिट में
शुगर-फ्री मिठाइयां, जो केमिकल्स वाली न हों
किन मिठाईयों से दूर रहें
गुलाब जामुन, रसगुल्ला, बर्फी जैसी हाई शुगर मिठाइयों से
चीनी या ग्लूकोज वाले पैक्ड जूस
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )