
Defence Stocks Rise: पहलगाम में आतंकी हमले के बाद से ही सीमा पर भारी तनाव है. पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ को जंग की आहट दिखने लगी है. इन सभी चीजों के बीच भारत की डिफेंस कंपनियों के शेयर में पिछले तीन दिनों से लगातार तेजी जारी है. कुछ शेयर तो पिछले दो दिनों में 25 प्रतिशत तक उछल चुके हैं. एक दिन पहले निफ्टी डिफेंस इंडेक्स मंगलवार को कारोबार के दौरान साढ़े पांच फीसदी तक उछले. इस इंडेक्स में कुल 18 शेयर हैं और सभी शेयर हरे निशान में कारोबार कर रहे थे. पिछले दो दिनों में ये इंडेक्स 10 प्रतिशत तक उछल चुका है.
अगर पारस डिफेंस शेयरों की बात करें तो बुधवार को इसमें 10 प्रतिशत की उछाल देखने को मिला. इस शेयर में ये तेजी ऐसे वक्त पर दिखी है जब शाम को कंपनी की तरफ से मार्च तिमाही के नतीजे आने वाले हैं. शेयर बाजारों को भेजी गई एक सूचना में कंपनी ने बताया कि फाइनेंशियल ईयर 2025 के लिए बोर्ड की बैठक में शेयरधारकों को भुगतान पर विचार किया जाएगा. साथ ही, शेयरों को विभाजित यानी कहें कि स्टॉक स्प्लिट के प्रोपोजल पर विचार किया जाएगा.
डिफेंस स्टॉक की छलांग
मार्केट पार्टिसिपेंट्स का कहना है कि सीमा पर पाकिस्तान की तरफ से लगातार सीजफायर का उल्लंघन और जम्मू कश्मीर में बढ़ती सुरक्षा चिंताओं के चलते निवेशकों का डिफेंस शेयरों की ओर झुकाव बढ़ रहा है. पारस डिफेंस, बीईएल, कोचीन शिपयार्ड और गार्डन रिच शिप बिल्डर जैसे शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है.
पारस डिफेंस के शेयर मंगलवार को कारोबार के दौरान 15 फीसदी से ज्यादा उछलकर 1316 रुपये तक पहुंच गए. पिछले दो दिनों में ये शयर 25 फीसदी तक उछल चुका है. गार्डन रिसीप बिल्डर्स के शेयर ने भी 15 प्रतिशत तक की छलांग लगाई.
पहलगाम हमले ने लगाया पंख
इसके अलावा, डेटा पैटर्न्स के शेयर ने करीब सवा 12 फीसदी, कोचिन शिपयार्ड के शेयर ने करीब 9 फीसदी, हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स ने 3 फीसदी और मजगांव डॉकशिप बिल्डर्स के शेयरों ने 7 फीसदी तक की उड़ान भरी. इस बीच भारत इलेक्ट्रॉनिक्स का शेयर मंगलवार को टॉप गेनर्स के रूप में सामने आया और ये कारोबार के दौरान 4.72 फीसदी उछलकर करीब 319 रुपये इंट्रा डे हाई पर पहुंच गया.
पिछले दो दिनों में इस शेयर में करीब 7 प्रतिशत तक की तेजी आयी है. डिफेंस शेयरों में ये नई खरीदारी 22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले के बाद की जा रही है. पहलगाम में आतंकियों ने निहत्थे पर्यटकों पर गोलीबारी की, जिसमें करीब 26 लोगों की मौत हो गई.