
गर्मी में घूमने के लिए परफेक्ट जगहें-
तवांग, अरुणाचल प्रदेश-
करीब 10,000 फीट की ऊंचाई पर बसा तवांग, बर्फीली चोटियों और आध्यात्मिक शांति के लिए जाना जाता है. यहां भारत का सबसे बड़ा बौद्ध मठ तवांग मठ है, जो 400 साल से ज्यादा पुराना है. मार्च से जून तक यहां मौसम ठंडा और साफ रहता है, जिससे पहाड़ियों का नज़ारा और सुंदर लगता है. सेलापास की ऊंची सड़कों से होते हुए आप माधुरी झील पहुंच सकते हैं, जहां फिल्म कोयला की शूटिंग हुई थी. तवांग खाने-पीने के शौकीनों के लिए भी खास है, यहां मोमोज और थुपका जरूर ट्राय करें.
शिलॉन्ग, मेघालय-
‘ईस्ट का स्कॉटलैंड’ कहलाने वाला शिलॉन्ग पूरे साल ठंडा रहता है, लेकिन मई में यहां की हरियाली और झरनों की खूबसूरती देखने लायक होती है. उमियम लेक में बोटिंग का मज़ा लिया जा सकता है, वहीं शिलॉन्ग पीक से पूरे शहर का खूबसूरत व्यू दिखता है. यहां लोकल बाजार पुलिस बाजार में शॉपिंग और स्ट्रीट फूड का आनंद लेना भी बेहद खास अनुभव होता है.
जीरो, अरुणाचल प्रदेश-
जीरो एक शांत घाटी है, जहां आपको हरे-भरे धान के खेत, साफ हवा और अपातानी जनजाति की अनोखी जीवनशैली देखने को मिलती है. यह जगह UNESCO की वर्ल्ड हेरिटेज साइट की संभावित सूची में शामिल है. जीरो म्यूजिक फेस्टिवल भी यहां की खास पहचान बनता जा रहा है, जो युवाओं को बहुत आकर्षित करता है. यहां की लकड़ी की पारंपरिक झोपड़ियां और जैविक जीवनशैली बहुत सुकूनदायक अनुभव देती हैं.
गंगटोक, सिक्किम-
गंगटोक में मई के महीने में मौसम बेहद सुहावना होता है. एमजी रोड पर घूमना, लोकल कैफे में बैठना और सिक्किमी हस्तशिल्प की खरीदारी एक शानदार अनुभव होता है. अगर आप रोमांच पसंद करते हैं, तो नाथुला पास और ट्रेकिंग ट्रेल्स जरूर एक्सप्लोर करें. यहां की लोकल डिशेस जैसे फर्नी (फर्मेंटेड चावल की ड्रिंक), गुंड्रुक और सुकुटी खाने लायक हैं.
हाफलांग, असम-
यह असम का इकलौता हिल स्टेशन है और गर्मी के मौसम में यहां का मौसम काफी ठंडा रहता है. यहां की हाफलांग झील बेहद साफ और शांत है, जहां पिकनिक और बोटिंग की सुविधा मिलती है. जाटिंगा गांव पक्षियों के रहस्यमय व्यवहार के लिए जाना जाता है. मई में यहां कम भीड़ होती है, जिससे आप प्रकृति के और करीब जा सकते हैं.
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सिरमौर, हिमाचल प्रदेश-
यह स्थान कम प्रसिद्ध है, लेकिन इसकी सुंदरता किसी से कम नहीं. नाहन शहर छोटा और साफ-सुथरा है, जहां से रेणुका झील, सुकरेटी जीवाश्म पार्क और चूड़धार चोटी तक आसानी से जाया जा सकता है. गर्मियों में यहां पीच और प्लम के बागों में घूमने का अनुभव बहुत खास होता है. सिरमौर में पहाड़ी व्यंजन जैसे सिड्डू और चने का मड्रा खाने लायक हैं.
पोन्मुडी, केरल-
पोन्मुडी तिरुवनंतपुरम से सिर्फ 60 किमी की दूरी पर है, इसलिए यहां पहुंचना आसान है. यहां की सड़कें 22 हेयरपिन बेंड्स से गुजरती हैं, जो यात्रा को रोमांचक बनाती हैं. वरायडुमोट्टा ट्रेक दक्षिण भारत का सबसे ऊंचा ट्रेक है, जबकि मीणमुट्टी वॉटरफॉल्स और डियर पार्क परिवार के साथ समय बिताने के लिए बेस्ट हैं. यहां की चाय बागानों की हरियाली और शांत माहौल, एक परफेक्ट समर ब्रेक बनाते हैं.
अगर आप भी गर्मियों में एक ठंडी, भीड़ से दूर नेचर की खूबसूरती में खो जाना चाहते हैं तो ये जगहें आपके समर वेकेशन को खास बना सकते हैं. क्या आप इनमें से किसी जगह को अपनी ट्रैवल लिस्ट में जोड़ना चाहेंगे?