
सहारनपुर के आशुतोष आर्य ने 22 साल की उम्र में हर्बल टी ‘इको हर्बल क्वाथ’ बनाई है, जो इम्युनिटी बढ़ाने और बीमारियों में राहत देने में मदद करती है. वह फूड प्रोसेसिंग में नए प्रयोग कर रहे हैं.

हर्बल क्वाथ टी
- सहारनपुर के आशुतोष ने बनाई इम्युनिटी बढ़ाने वाली हर्बल टी
- 22 साल के आशुतोष ने ‘इको हर्बल क्वाथ’ नामक चाय बनाई
- हर्बल टी नजला, जुकाम, खांसी में राहत देती है
सहारनपुर: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के गांव खुशहालीपुर के रहने वाले आशुतोष आर्य ने कम उम्र में कुछ ऐसा कर दिखाया है, जो युवाओं के लिए प्रेरणा बन सकता है. 22 साल के आशुतोष फिलहाल खाद्य तकनीकी (Food Technology) से एमएससी कर रहे हैं और पढ़ाई के साथ-साथ फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में भी नया प्रयोग कर रहे हैं.
आशुतोष के पिता साल 2011 से फूड प्रोसेसिंग से जुड़े हैं. उन्होंने घर पर ही अलग-अलग हर्बल प्रोडक्ट तैयार करने की शुरुआत की थी. पिता से यह कला सीखकर अब आशुतोष खुद भी नए हर्बल प्रोडक्ट्स तैयार कर रहे हैं. हाल ही में उन्होंने घरेलू जड़ी-बूटियों से एक खास हर्बल टी बनाई है, जिसे उन्होंने ‘इको हर्बल क्वाथ’ नाम दिया है.
हर्बल टी से बढ़ेगी इम्युनिटी
आशुतोष की यह हर्बल टी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करती है. साथ ही यह नजला, जुकाम, सर्दी, खांसी, बुखार और श्वास संबंधी बीमारियों में भी राहत देती है. खास बात यह है कि इसमें जिन 8 से 10 चीजों का इस्तेमाल किया गया है, वे सभी रसोई में आसानी से मिल जाती हैं- जैसे तुलसी, सौंठ, सौंफ, लाल चंदन, काली मिर्च, गुलाब, दालचीनी, अर्जुन की छाल और बनपसा आदि.
आशुतोष का मानना है कि आज के समय में लोग चाय को नियमित पेय के तौर पर लेते हैं, ऐसे में यह हर्बल टी एक बेहतर और सेहतमंद ऑप्शन बन सकती है.
इस तरह बनती है यह हर्बल टी
इस चाय को बनाने की विधि भी बेहद आसान है. आशुतोष पहले जड़ी-बूटियों को इकट्ठा करते हैं, फिर उन्हें दरदरा पीसकर एक मिश्रण तैयार करते हैं.
आशुतोष आर्य ने बताया कि वह पिछले कुछ सालों से अपने पिता के साथ मिलकर इस तरह के प्रोडक्ट बना रहे हैं. अब वह खुद भी मार्केट में अपने प्रोडक्ट उतार चुके हैं. उनका मकसद है कि लोग घरेलू और हर्बल चीजों से सेहतमंद रह सकें और चाय का एक हेल्दी विकल्प अपनाएं.