
घरेलू शेयर बाजार मंगलवार को सपाट बंद हुआ। बीएसई सेंसेक्स 70.01 अंक चढ़कर 80,288.38 अंक और एनएसई निफ्टी 7.45 अंकों की मामूली बढ़त के साथ 24,335.95 अंक पर बंद हुआ। मिडकैप और स्मॉलकैप सेगमेंट में भी मामूली बढ़त देखने को मिली। बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 0.23 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली, जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.09 प्रतिशत की मामूली बढ़त देखने को मिली। घरेलू प्रमुख इक्विटी सूचकांकों ने सत्र को सपाट नोट पर बंद किया। आईटी, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और तेल एवं गैस शेयरों ने सूचकांकों की मदद की।
सबसे ज्यादा लाभ वाले स्टॉक्स
पीटीआई की खबर के मुताबिक, सेंसेक्स की कंपनियों में से रिलायंस इंडस्ट्रीज, टेक महिंद्रा, इटरनल, एचसीएल टेक, इंफोसिस, इंडसइंड बैंक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और बजाज फिनसर्व सबसे ज्यादा लाभ में रहीं। इसके विपरीत, अल्ट्राटेक सीमेंट, सन फार्मा, पावर ग्रिड, एनटीपीसी, कोटक महिंद्रा बैंक और महिंद्रा एंड महिंद्रा पिछड़ गए।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि सीमा तनाव को लेकर भू-राजनीतिक चिंताओं के बीच सतर्कता के कारण बाजार में काफी हद तक उतार-चढ़ाव देखने को मिला। एफआईआई की तरफ से निरंतर निवेश ने बाजार की धारणा को सहारा दिया और आगे की निराशा को सीमित किया। इस बीच, मिश्रित चौथी तिमाही के नतीजों ने वित्त वर्ष 2026 के अनुमानों में गिरावट का जोखिम बढ़ा दिया है।
बाजार को लेकर यह तर्क
व्यापार तनाव कम होने के स्पष्ट संकेत हैं, क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने संकेत दिया है कि प्रमुख व्यापारिक साझेदारों के साथ व्यापार वार्ता जारी है। ऐसा लगता है कि बाजार ने कम गंभीर टैरिफ व्यवस्था को काफी हद तक स्वीकार कर लिया है, जो वैश्विक आर्थिक विकास के लिए उतना हानिकारक नहीं हो सकता है, जितना पहले माना जाता था। भारत और पाकिस्तान के बीच विकसित हो रही परिस्थितियां बाजार सहभागियों के रडार पर बनी हुई हैं।
दुनिया के बाजारों में आज का रुख
एशियाई बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कोस्पी सूचकांक और हांगकांग का हैंग सेंग सकारात्मक क्षेत्र में बंद हुआ, जबकि शंघाई एसएसई कंपोजिट मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ। यूरोपीय बाजार ज्यादातर हरे निशान में कारोबार कर रहे थे। सोमवार को अमेरिकी बाजार ज्यादातर बढ़त के साथ बंद हुए।