
नए प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के नेतृत्व वाली लिबरल पार्टी और पियरे पॉइलीवर के नेतृत्व वाली कंजर्वेटिव पार्टी के बीच कड़ा मुकाबला दिखा. हालांकि, अब ट्रेंड बता रहे हैं कि लिबरल पार्टी बड़ी बढ़त की ओर है और शायद लिबरल ने यह चुनाव जीत भी लिया है. हालांकि, अभी फाइनल नतीजों का इंतजार है. यह चुनाव इसलिए भी अहम है क्योंकि इससे यह तय होगा कि ट्रंप की टैरिफ नीतियों से जूझ रहे कनाडा का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा. सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को हाउस ऑफ कॉमन्स में 172 सीटों की जरूरत है. चलिए जानते हैं कनाडा चुनाव के रिजल्ट.
Canada Election Results 2025 Live Updates:
कनाडा चुनाव नतीजे 2025 लाइव अपडेट: खालिस्तानियों को कनाडा की जनता ने बड़ा झटका देने का मन बनाया है. जगमीत सिंह की पार्टी 12 सीटें जीतने में नाकाम होती दिख रही है. खालिस्तान समर्थक जगमीत सिंह की न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपी) अपनी पार्टी का दर्जा बचाने के लिए 12 सीटें जीतने में नाकाम रही. एनडीपी ने 343 सीटों पर चुनाव लड़ा था लेकिन वह केवल 8 सीटों पर आगे चल रही है.
-कनाडा चुनाव परिणाम 2025 लाइव अपडेट: माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री मार्क कार्नी नेपियन में अपनी सीट जीत जाएंगे क्योंकि उनकी लिबरल पार्टी अगली सरकार बनाने की ओर अग्रसर है.
-लिबरल का चौका तय: ट्रेंड देखकर उम्मीद है कि कनाडा में लिबरल पार्टी सरकार बनाएगी. कुछ महीने पहले तक ये नतीजा अकल्पनीय था, जब जस्टिन ट्रूडो ने इस्तीफा दे दिया था. ट्रूडो के इस्तीफे और ट्रंप के कब्जे और टैरिफ की धमकियों ने राजनीतिक परिदृश्य को बदल कर रख दिया है.
-डोनाल्ड ट्रंप के कनाडा की अर्थव्यवस्था पर हमला बोलने और उसकी संप्रभुता को खतरा बताते हुए उसे अमेरिका का 51वां राज्य बनाने की बात कहने तक लिबरल पार्टी की करारी हार तय लग रही थी. ट्रंप के इस रवैये ने कनाडा के लोगों को नाराज कर दिया और राष्ट्रवाद की भावना को भड़का दिया. इससे लिबरल पार्टी को चुनाव में फायदा हुआ और वो लगातार चौथी बार सत्ता में आने में कामयाब रही.
-कैनेडियन ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन के मुताबिक, मार्क कार्नी की लिबरल पार्टी ने कनाडा का आम चुनाव जीत लिया है. ट्रंप के हमलों और ट्रेड वार की वजह से लिबरल पार्टी की किस्मत अचानक बदल गई.
-कैनेडियन ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन ने कहा कि लिबरल पार्टी को संसद की 343 सीटों में से कंजर्वेटिव पार्टी से अधिक सीटें मिलेंगी. अभी यह साफ नहीं है कि लिबरल पार्टी को पूर्ण बहुमत मिलेगा या नहीं. अगर पूर्ण बहुमत मिलता है तो वो बिना किसी की मदद के कानून पास करा सकेंगे.
कार्नी ने ट्रूडो की जगह ली
60 साल के कार्नी ने इससे पहले कभी कोई चुनाव नहीं लड़ा है. उन्होंने पिछले महीने ही जस्टिन ट्रूडो की जगह ली है. वह ट्रंप की ट्रेड नीतियों का मुकाबला करने और अमेरिका पर निर्भरता कम करने के लिए अपनी आर्थिक नीतियों पर भरोसा जता रहे हैं. 45 साल के पॉइलीवर पेशेवर राजनेता हैं. उन्होंने घरेलू मुद्दों पर लोगों का ध्यान केंद्रित करने की कोशिश की है. इन्हीं मुद्दों की वजह से एक दशक तक सत्ता में रहने के बाद जस्टिन ट्रूडो की लोकप्रियता में भारी गिरावट आई थी.
कैसे पलटा गेम?
एक समय ऐसा लग रहा था कि लिबरल पार्टी को इस चुनाव में ऐतिहासिक हार का सामना करना पड़ेगा. लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर से कनाडा पर हमले के बाद चुनावी सर्वेक्षणों के नतीजों में अचानक बदलाव आया है. अंतिम चुनावी सर्वेक्षणों में कड़ी टक्कर दिख रही है लेकिन कार्नी को जीत का प्रबल दावेदार बताया जा रहा है. इसकी तस्दीक शुरुआती रुझान भी कर रहे हैं. कनाडा की सभी 343 सीटों पर वोटों की गिनती जारी है.