
Phthalates behind spike in heart attack: एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि हार्ट अटैक से होने वाली मौतों के लिए प्लास्टिक में मौजूद फटालेट्स सबसे ज्यादा जिम्मेदार है. इस केमिकल के कारण साढ़े तीन लाख लोगों की…और पढ़ें

Phthalates behind spike in heart attack: न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि प्लास्टिक में मौजूद एक केमिकल फटालेट्स के कारण हार्ट संबधी मौतें बहुत ज्यादा बढ़ रही है. इस रिसर्च के मुताबिक 55 से 64 के बीच की उम्र में हार्ट डिजीज के कारण जितनी मौतें हुई हैं उनमें 13 प्रतिशत फटालेट्स के कारण हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक 2021 में 2 करोड़ लोगों की मौत हार्ट डिजीज के कारण हुई है. इनमें से फटालेट्स के कारण साढ़े तीन लाख मौतें हुई है. प्लास्टिक की कई चीजों में फटालेट्स का इस्तेमाल धड़ल्ले से किया जाता है. चाहे वह फूड कंटेनर हो या मेडिकल इक्वीपमेंट, कई घरेलू चीजों में इसका इस्तेमाल किया जाता है. यह अध्ययन लेंसेट ईबायोमेडिसीन जर्नल में प्रकाशित हुआ है. शोधकर्ताओं ने बताया कि फटालेट्स का धड़ल्ले से पूरी दुनिया में इस्तेमाल हो रहा है.
किन-किन चीजों में होता है फटालेट्स
हमारे जीवन के कई हिस्सों में फटालेट्स समाया हुआ है. प्लास्टिक की अधिकांश वस्तुओं में फटालेट्स का उपयोग होता है. प्लास्टिक के जो बर्तन होते हैं, उनमें भी फटालेट्स होता है. फूड कंटेनर से लेकर मेडिकल क्षेत्र में इस्तेमाल होने वाली बहुत सी चीजों में फटालेट्स होते हैं. फटालेट्स के कारण प्लास्टिक लचीला, सॉफ्ट और टिकाउ बन जाता है. इसलिए इस रसायन का इस्तेमाल इन चीजों में होता है. मेकअप के सामान जो प्लास्टिक कंटेनर में होते हैं, उनमें भी फटालेट्स का इस्तेमाल किया जाता है. यानी चाहे लिप्सटिक हो या कोई सॉफ्ट क्रीम सब कंटेनर में फटालेट्स होता है. डिटर्जेंट पाउडर में भी फटालेट्स का इस्तेमाल किया जाता है. यहां तक नेल पॉलिश और परफ्यूम में भी फटालेट्स का उपयोग होता है. शैंपू, साबुन, हेयर स्प्रे, फ्रेगरेंसेज, लोशन, जेल सबमें फटालेट्स का इस्तेमाल किया जाता है. यानी एक तरह से जीवन के कई हिस्सों में यह केमिकल समाया हुआ है.
इस केमिकल पर तत्काल अंकुश लगाने की जरुरत
अध्ययन के मुताबिक फटालेट्स में डाई-2 इथायलहेक्साइल फटालेट्स (DEHP) सबसे खतरनाक है. इसमें कहा गया कि विश्व में 356, 238 लोगों की मौत फटालेट्स के ज्यादा एक्सपोजर के कारण हार्ट से संबंधित बीमारियों के कारण हुई. न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के एसोसिएट रिसर्च साइंटिस्ट और इस अध्ययन की लेखिका सारा हेमान ने बताया कि हमें यह पहले से पता था कि फटालेट्स से हार्ट डिजीज सहित कई बीमारियां होती है जिनमें कैंसर भी शामिल है. इस अध्ययन में यह साबित हुआ है कि फटालेट्स हमारी हेल्थ के लिए बहुत खतरनाक है. इस अध्ययन के लिए 200 देशों से डाटा जुटाया गया था जिसमें हमें यह पता चला कि फटालेट्स ही दुनिया में होने वाली लाखों मौतों के लिए जिम्मेदार है. इस अध्ययन के बाद दुनिया भर की सरकारों को इस ओर तत्काल ध्यान देने की जरुरत है. यह बहुत ही खतरनाक टॉक्सिक है जो औद्योगिकीकरण के बाद तेजी से बढ़ा है. इसे तत्काल सीमित करने की जरूरत है.