
फैंस उन्हें सोशल मीडिया के जरिए जन्मदिन की शुभकामनाएं दे रहे हैं. चलिए उनके इस खास दिन पर जानते हैं कि ‘रामायण’ की शूटिंग से जुड़ा एक मजेदार किस्सा, जिसे करने पर उन्हें असल में ‘अग्नि परीक्षा’ जैसा महसूस हो रहा था.
दीपिका के स्कूल के दिनों का किस्सा
उन्होंने 1983 में रिलीज हुई ‘सुन मेरी लैला’ समेत कई फिल्मों में काम किया. यही नहीं, उन्होंने कई सीरियल्स में भी रोल किए. उन्होंने सागर आर्ट्स के तहत ‘विक्रम और बेताल’ जैसे सीरियल्स में भी काम किया, लेकिन पॉपुलैरिटी उन्हें रामानंद सागर के ‘रामायण’ में निभाए गए सीता के किरदार से हासिल हुई.
काफी मेहनत के बाद मिला था सीता को रोल
सीता माता के किरदार के लिए दीपिका को कई स्क्रीन टेस्ट देने पड़े. कई राउंड्स के बाद उनका सेलेक्शन हुआ. शूटिंग के दौरान वह जब भी साड़ी पहनकर, सिंदूर लगाकर, और गहने पहनकर सेट पर आती थीं, तो न सिर्फ सेट के लोग, बल्कि आसपास के गांव वाले भी उन्हें असल में सीता माता समझकर प्रणाम करने लगते थे. एक्ट्रेस ने एक इंटरव्यू में बताया था कि एक बार एक बुजुर्ग महिला शूटिंग देखने आई थीं. उन्होंने जब मुझे साड़ी और श्रृंगार में देखा, तो तुरंत मेरे पैर छू लिए और कहा, ‘माता, हमें आशीर्वाद दीजिए.’
दीपिका ने और भी मजेदार बातें शेयर कीं. उन्होंने बताया कि शूटिंग के दौरान, जब मैं और अरुण गोविल, जिन्होंने भगवान राम का किरदार निभाया था, एक साथ बैठते, तो लोग आसपास चुप्पी साध लेते थे. डायरेक्टर भी मजाक में कहते थे- ‘सीता-राम जी बैठे हैं, अब शोर मत मचाओ!’
एक्ट्रेस ने अग्नि परिक्षा का किया जिक्र
दीपिका चिखलिया को ‘अग्नि परीक्षा’ वाले सीन की शूटिंग के दौरान अग्नि परीक्षा जैसा ही महसूस हो रहा था. एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि ये सीन उनके लिए किसी चुनौती से कम नहीं था. इस सीन को शूट करते समय उनके पसीने छूट जाते थे, क्योंकि उन्हें आग के पास बैठना होता था. इस सीन की शूटिंग करना बिल्कुल भी आसान नहीं था. सीन में असली आग का इस्तेमाल किया गया था. सुरक्षा कारणों के चलते शूटिंग धीरे-धीरे हो रही थी.
निजी जिंदगी के बारे में बात करें तो, दीपिका ने 1991 में बिजनेसमैन हेमंत टोपीवाला से शादी की. दोनों की पहली मुलाकात ‘सुन मेरी लैला’ फिल्म के सेट पर हुई थी. इस दौरान हेमंत एक ऐड शूट देखने आए थे. दीपिका दो बेटियों निधि और जूही की मां हैं.
ये भी पढ़ें: NTRNeel की रिलीज डेट हुई अनाउंस, इस दिन पर्दे पर बवाल काटने आ रहे हैं जुनियर एनटीआर