
मेट्रो, जो सभी वर्गों के लिए सस्ती यात्रा का साधन बनने के लिए बनाई गई थी, अब किराए में वृद्धि के कारण यात्रियों की संख्या में कमी देख रही है. 2025 तक, भारत के 11 राज्यों के 23 शहरों में मेट्रो सिस्टम चालू हैं. PIB के अनुसार, इन शहरों में 1,000 किमी से अधिक का मेट्रो नेटवर्क है. आइये जानते हैं कि देश के किस शहर के मेट्रो में सफर करने के लिए सबसे ज्यादा किराया देना पडता है और कौन सी मेट्रो सेवा सबसे सस्ती है.
नम्मा मेट्रो
बेंगलुरु मेट्रो ने 9 फरवरी से अपने अधिकतम किराए में 50 प्रतिशत की वृद्धि की है, जिससे यह भारत का सबसे महंगा ट्रांजिट सिस्टम बन गया है. अब 25 किलोमीटर से अधिक की यात्रा के लिए बेंगलुरु मेट्रो 90 रुपये चार्ज करती है. 2 किलोमीटर तक की यात्रा के लिए बेंगलुरु मेट्रो 10 रुपये लेती है. स्मार्ट कार्ड पर 5 प्रतिशत की छूट मिलती है और पीक आवर्स के बाद ट्रैवल करने वाले यात्रियों को एक्स्ट्रा 5 प्रतिशत की छूट मिलती है. QR कोड पर कोई किराया छूट नहीं दी जाती है. नम्मा मेट्रो रविवार और राष्ट्रीय छुट्टियों पर किराए में 10 प्रतिशत की छूट देती है. स्मार्ट कार्ड के लिए न्यूनतम बैलेंस 90 रुपये होना जरूरी है.
दिल्ली मेट्रो
353 किलोमीटर में फैली दिल्ली मेट्रो तुलनात्मक रूप से बेहतर डील देती है. दिल्ली मेट्रो में 2 किलोमीटर तक की यात्रा के लिए 10 रुपये का किराया है. 32 किलोमीटर से अधिक की यात्रा के लिए अधिकतम किराया 60 रुपये है. स्मार्ट कार्ड और मल्टीपल जर्नी QR कार्ड पर 10 प्रतिशत की छूट मिलती है और अगर पीक आवर्स के बाद ट्रैवल कर रहे हैं तो एक्स्ट्रा 10 प्रतिशत की छूट भी है. रविवार और नेशनल होलीडे पर 10 प्रतिशत की छूट भी दी जाती है.
हैदराबाद मेट्रो
हैदराबाद मेट्रो 69 किलोमीटर की दूरी कवर करती है. 2 किलोमीटर तक की यात्रा के लिए न्यूनतम किराया Rs 10 है. 26 किलोमीटर से अधिक की यात्रा के लिए अधिकतम किराया Rs 60 है. हैदराबाद मेट्रो में बहुत आकर्षक छूट नहीं मिलती. पीक आवर्स को छोड दें तो QR कार्ड पर 10 प्रतिशत की छूट मिलती है.
मुंबई मेट्रो
मुंबई मेट्रो कुल 59 किलोमीटर की दूरी कवर करती है. 3 किलोमीटर तक की यात्रा के लिए न्यूनतम किराया Rs 10 है और 42 किलोमीटर से अधिक की यात्रा के लिए अधिकतम किराया Rs 80 है. यूजर्स को वीकडेज पर स्मार्ट कार्ड पर 5 प्रतिशत और वीकेंड्स और छुट्टियों पर 10 प्रतिशत की छूट मिलती है.
चेन्नई मेट्रो
चेन्नई मेट्रो टोटल 45 किलोमीटर की दूरी कवर करती है, जिसमें 2 किलोमीटर की यात्रा के लिए 10 रुपये का किराया है. 32 किलोमीटर से अधिक की दूरी पर अधिकतम 50 रुपये का फेयर लगता है. यात्री स्मार्ट कार्ड, क्यूआर कोड और वॉट्सएप टिकट पर 20 प्रतिशत की छूट का लाभ उठा सकते हैं.
भारत की सबसे सस्ती मेट्रो
कोलकाता मेट्रो सबसे सस्ती मेट्रो है, जिसमें किराया 5 रुपये से शुरू होकर लंबी दूरी के लिए अधिकतम 50 रुपये तक है. कोलकाता में 25 से 30 किलोमीटर की दूरी के लिए अधिकतम किराया केवल 25 रुपये है, जो इसे काफी सस्ता बनाता है.