
Indian Navy: भारत और फ्रांस के बीच आज भारतीय नौसेना के लिए फाइटर जेट खरीदने का सौदा पूरा हुआ. करीब 64,000 करोड़ रुपये की इस डील के तहत फ्रांस भारत को 26 राफेल मरीन विमान देगा. इनमें से 22 सिंगल सीटर और 4 ट्वीन सीटर ट्रेनिंग वर्जन होंगे. एक वर्चुअल इवेंट में इस पैक्ट पर मुहर लगाई गई. भारत विमानवाहक पोत INS विक्रांत पर तैनाती के लिए फ्रांसीसी रक्षा कंपनी डसॉल्ट एविएशन से ये जेट विमान खरीद रहा है. इस इवेंट में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद थे.
India and France have signed a landmark Inter-Governmental Agreement for the procurement of 26 Rafale-Marine fighter jets (22 single-seaters and 4 twin-seaters) for the @indiannavy, along with weapons, simulators, and training. The deal, signed by Raksha Mantri Shri @rajnathsingh… pic.twitter.com/IK1rsc8yCZ
— Ministry of Defence, Government of India (@SpokespersonMoD) April 28, 2025
पांच साल बाद होगी जेट विमानों की डिलीवरी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) द्वारा खरीद को मंजूरी दिए जाने के तीन हफ्ते बाद इस बड़े सौदे पर मुहर लगी. शर्तों के मुताबिक, डील पर साइन होने के लगभग पांच साल बाद जेट विमानों की डिलीवरी शुरू होगी. जुलाई 2023 में रक्षा मंत्रालय ने कई दौर के विचार-विमर्श और प्लेटफॉर्म के इवैल्यूऐशन टेस्ट के बाद इस सौदे के लिए मंजूरी दी थी. इसके तहत भारतीय नौसेना को राफेल (मरीन) जेट बनाने वाली कंपनी डसॉल्ट एविएशन से हथियार प्रणाली और स्पेयर पार्ट्स भी मिलेंगे. ये भारत के लिए समुद्री सीमा की सुरक्षा करने के मामले में गेमचेंजर साबित होगा.
INS विक्रांत की अरब सागर में तैनाती
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का माहौल है. इसके बाद से भारत ने पाकिस्तान के साथ अपने राजनयिक और व्यापारिक संबंधों पर विराम लगा दिया. हाल ही में, भारतीय नौसेना ने बढ़ते तनाव के बीच अपने स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत को भी अरब सागर में तैनात कर दिया. इससे पता चलता है कि आने वाले समय में भारत किसी भी संभावित चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है.
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