
सोने के भाव में 2024 के बाद 2025 में अभी तक जबरदस्त तेजी रही है। सोने की कीमत ने 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम का ऐतिहासिक स्तर भी छुआ है। हालांकि, सोने के मुकाबले चांदी की कीमत में वो तेजी दर्ज नहीं की गई है। ऐसे में सर्राफा बाजार के एक्सपर्ट का कहना है कि निवेश के लिहाज से अब सोने के मुकाबले चांदी ज्यादा बेहतर है। आने वाले समय में निवेशकों को सोने के मुकाबले चांदी में ज्यादा रिटर्न मिल सकता है। आखिर चांदी को लेकर क्यों ऐसा एक्सपर्ट दवा कर रहे हैं? आइए जानते हैं।
कैलेंडर वर्ष की शुरुआत से अब तक सोने की कीमत में 25.1% की बढ़ोतरी हुई है, जबकि चांदी की कीमत में 13.5% की बढ़ोतरी हुई है। इसके चलते केडिया एडवाइजरी के निदेशक अजय केडिया को उम्मीद है कि आने वाले महीनों में चांदी सोने के मुकाबले ज्यादा रिटर्न देगी। एक्सपर्ट द्वारा चांदी पर दांव लगाने का एक और मुख्य कारण सोने-चांदी के अनुपात में वृद्धि है, जो पिछले कुछ महीनों में 100 से अधिक हो गया है। कोविड संकट के बाद से यह दूसरी बार है जब अनुपात 126 पर पहुंच गया है। अनुपात की गणना चांदी के औंस के आधार पर की जाती है जिसे एक औंस सोने से खरीदा जा सकता है।
सोने की कीमत चांदी की तुलना में बहुत तेजी से बढ़ी
उच्च अनुपात से पता चलता है कि सोने की कीमत चांदी की तुलना में बहुत तेजी से बढ़ी है, जो कि ऐतिहासिक आंकड़ों के अनुसार अस्थिर है। पिछले चार वर्षों में यह अनुपात 80 से ऊपर रहा है। पिछले 25 वर्षों (2000 से) में यह औसत 68 रहा है जबकि 10-वर्षीय औसत 85 रहा है। पिछले दशक में यह अनुपात इसलिए भी अधिक था क्योंकि सोने ने 260% रिटर्न दिया जबकि चांदी ने 60% रिटर्न दिया।
निवेशकों के लिए सोना नहीं रहा अब आकर्षक
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के कमोडिटी और करेंसी हेड अनुज गुप्ता के अनुसार, सोने की कीमतों में तेज उछाल ने निवेशकों के लिए इसे कम आकर्षक बना दिया है, जबकि मार्जिन में उल्लेखनीय वृद्धि के कारण व्यापारियों के लिए यह महंगा हो गया है। सोना मौजूदा स्तरों पर महंगा है और चांदी की तुलना में निकट-से-मध्यम अवधि में इसमें कम तेजी आ सकती है।