
एथर एनर्जी का आईपीओ ग्रे मार्केट में कमजोर प्रदर्शन कर रहा है. कंपनी घाटे में है और आईपीओ से जुटाई गई राशि का उपयोग नए प्लांट और कर्ज कम करने में करेगी.

हाइलाइट्स
- एथर एनर्जी का आईपीओ ग्रे मार्केट में कमजोर प्रदर्शन कर रहा है.
- आईपीओ से जुटाई राशि नए प्लांट और कर्ज कम करने में होगी.
- कंपनी घाटे में चल रही है और कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना कर रही है.
नई दिल्ली. इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन बनाने वाली कंपनी एथर एनर्जी का आईपीओ (IPO) लॉन्च होने से पहले ही ग्रे मार्केट में इस इश्यू के शेयर पस्त हो गए हैं. 22 अप्रैल को एथर एनर्जी के आईपीओ के ऐलान के समय जीएमपी करीब 17 रुपए था, जो अब गिरकर एकल अंक में आ गया है. इन्वेस्टरगेनडॉटकॉम के अनुसार, एथर एनर्जी का जीएमपी वर्तमान में लगभग 3 रुपए है, जो इश्यू प्राइस से सिर्फ 0.93 फीसदी अधिक है. एथर एनर्जी ने अपने आईपीओ के लिए 304-321 रुपए प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया है. निवेशकों को कम से कम 46 इक्विटी शेयरों के लिए आवेदन करना होगा.
एथर एनर्जी आईपीओ में 8.18 करोड़ शेयरों का फ्रैश इश्यू है, जिसकी वैल्यू 2,626 करोड़ रुपए है. वहीं, ऑफर ऑफ सेल (ओएफएस) 1.1 करोड़ शेयरों का है. इस पूरे इश्यू का साइज 2,981 करोड़ रुपए होगा. इस आईपीओ में प्रमोटर तरुण संजय मेहता, स्वप्निल बबनलाल जैन और अन्य कॉर्पोरेट शेयरधारक ओएफएस के तहत अपनी हिस्सेदारी का कुछ हिस्सा बेचेंगे. एथर एनर्जी के मुताबिक, आईपीओ के जरिए जुटाई गई रकम का इस्तेमाल महाराष्ट्र में एक नया इलेक्ट्रिक दोपहिया मैन्युफैक्चरिंग प्लांट बनाने और अपने मौजूदा कर्ज को कम करने में करने के लिए किया जाएगा.
घाटे में चल रही है कंपनी
कंपनी के रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (आरएचपी) के मुताबिक, एथर एनर्जी घाटे में चल रही है. वित्तीय वर्ष 2023-24 में, एथर एनर्जी ने 1,059.7 करोड़ रुपए का कर-पूर्व घाटा दर्ज किया, जो वित्त वर्ष 23 में 864.5 करोड़ रुपए और वित्त वर्ष 22 में 344.1 करोड़ रुपए था. वित्त वर्ष 24 में कंपनी की आय 1,753.8 करोड़ रुपए थी, जो वित्त वर्ष 23 में दर्ज 1,780.9 करोड़ रुपए से थोड़ा कम थी. कंपनी को भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में भी कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है, जिससे इसकी मूल्य निर्धारण क्षमता पर दबाव पड़ सकता है और प्रॉफिट मार्जिन भी कम हो सकता है.
अगर इश्यू प्राइस प्राइस बैंड के ऊपरी छोर पर तय होता है, तो कंपनी का मूल्यांकन करीब 11,956 करोड़ रुपए है. कंपनी ने आईपीओ से प्राप्त राशि में से 750 करोड़ रुपए अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) के लिए आवंटित करने की योजना बनाई है. हालांकि, एथर ने माना कि इस बात की कोई निश्चितता नहीं है कि इस निवेश से सफल परिणाम प्राप्त होंगे. एथर का कारोबार मुख्य रूप से दक्षिण भारत में केंद्रित है.
(Disclaimer: IPO में किया गया निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. यदि आप आईपीओ में पैसा लगाना चाहते हैं तो पहले सर्टिफाइड इनवेस्टमेंट एडवायजर से परामर्श कर लें. आपके किसी भी तरह की लाभ या हानि के लिए लिए News18 जिम्मेदार नहीं होगा.)